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बीते कुछ दिनों से मैदानी इलाकों में मानसून की रफ्तार में कमी आई तो गर्मी भी अपने तेवर दिखाने लगी है। शुक्रवार को तो मैदानी इलाकों में पारा खूब चढ़ा तो गर्मी ने भी जमकर सताया। आंकड़ों पर नजर डाले तो दून का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री इजाफे के साथ 36.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

मानसून सीजन का यह अब तक का सबसे अधिक तापमान है। इसके चलते शाम करीब चार बजे तक गर्मी ने खूब परेशान किया। तपिश भरी गर्मी ने मई-जून का अहसास कराया। हालांकि रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कमी के साथ 23.2 डिग्री रहा।

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मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की रफ्तार में कमी आने की वजह से तपिश बढ़ने लगी है। आने वाले दिनों की बात करें तो 31 जुलाई तक प्रदेश भर में हल्की बारिश होने के आसार हैं। मैदानी इलाकों में बारिश की रफ्तार में कमी आने से गर्मी परेशान करेगी।

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राज्य में एक बार्डर रोड समेत 46 मार्ग बंद
राज्य में बारिश और भूस्खलन के चलते एक बार्डर रोड समेत 46 मार्ग बंद हैं। सबसे अधिक मार्ग उत्तरकाशी जिले में 11 बंद है। पिथौरागढ़ जिले में मिलम- मुनस्यारी बार्डर रोड समेत नौ मार्ग बंद है। इसके अलावा अल्मोड़ा तीन, चमोली आठ, देहरादून में पांच सड़क बंद है। इसके अलावा बागेश्वर, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग में दो- दो मार्ग बंद हैं। इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, ऊधम सिंह नगर, चंपावत और हरिद्वार जिले की स्थिति ठीक है, यहां पर कोई भी रास्ता बंद नहीं है।