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शहर के रसूखदार लोगों से जुड़े कई वीडियो पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे हैं। एक धार्मिक संस्था के चुनाव को लेकर दीपावली की रात 1 नवंबर को इन रसूखदारों के दो गुट शराब के नशे में आमने-सामने आ गए।

दोनों के बीच जमकर जूतमपैजार हुई। एक-दूसरे को दोनों गुट जान से मार डालने पर आमादा नजर आए। घटना की आधी रात तक कोतवाली में भी हंगामा हुआ। इस मामले में दोनों गुटों ने एक-दूसरे के खिलाफ करीब आधा दर्जन तहरीरें दी हैं।

नैनीताल रोड पर हल्द्वानी क्लब में एक नवंबर की रात शहर के रसूखदार लोग दीपावली का जश्न मना रहे थे। ये लोग एक बड़ी धार्मिक संस्था से जुड़े हैं और बताया जा रहा है कि हाल ही में इस संस्था के चुनाव प्रस्तावित हैं। इस संस्था का अध्यक्ष बनने के लिए एक दूसरा गुट काफी उत्साहित है। बताया जाता है कि रसूखदारों का पहला गुट जब हल्द्वानी क्लब में जश्न मना रहा था, तभी वहां दूसरा गुट भी पहुंच गया।

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दोनों के बीच पहले से ही मतभेद थे। कुछ लोगों ने दूसरे गुट को वहां से चले जाने की नसीहत दी। दोनों गुट शराब के नशे में थे और दूसरे गुट को यह बात अखर गई कि उसे चले जाने के लिए कहा जा रहा है। इसी की लेकर बहस शुरू हुई और बात बढ़ने की नौबत लगी तो दोनों गुटों ने फोन कर अपने लोगों को मौके पर बुला लिया।

क्लब में भीड़ बढ़ी तो हंगामा और फिर मारपीट शुरू हो गई। क्लब में मारपीट का शोर दूर तक सुनाई दे रहा था। इस शोर को सुनकर कुछ लोग अपनी छतों पर पहुंच गए और पूरी घटना का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। पूरे क्लब में लोग एक-दूसरे को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहे थे। कुछ लोग जो बीच-बचाव की कोशिश कर रहे थे वह भी पीटे जा रहे थे।

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हंगामे और मारपीट की सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन रसूखदारों के देख पुलिस भी असली एक्शन नहीं दिखा सकी। इसके बाद भीड़ कोतवाली पहुंच गई, लेकिन वहां भी दोनों के बीच सहमति नहीं बनी। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस को करीब छह तहरीरें मिली हैं।

मारपीट में शामिल कुछ लोग क्लब में लगा सीसीटीवी का डीवीआर भी लेकर फरार हो गए। अब पुलिस इस पर कुछ भी बोलने से बच रही है। हालांकि कोतवाल राजेश कुमार यादव का कहना है कि मारपीट की बात सामने आई है और मामले की जांच की जा रही है।

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अपने स्तर पर पर्व कराने में जुटे दोनों गुट
इस घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि उक्त धार्मिक संस्था की ओर हर साल शहर में एक बड़ा आयोजन कराया जाता है। इस आयोजन से पहले संस्था के चुनाव होने हैं, लेकिन काबिज अध्यक्ष अगले साल चुनाव कराने के मूड हैं। जबकि दूसरा पक्ष ऐसा नहीं चाहता। इन सबके बीच बड़े धार्मिक आयोजन की तैयारियों को लेकर दोनों पक्ष अपने-अपने स्तर से तैयारियों में जुट गया है। बताया जा रहा है कि दोनों गुटों की इस हरकत से उनका समाज भी नाराज है।