खटीमा। अवैध संबंध के शक में फाइनेंस कंपनी के टीम लीडर ने पत्नी की फंटी (डंडे) से पीटकर हत्या का प्रयास किया। उसे मरा समझ स्वयं भी जहर पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को पति का शव बंद कमरे में फर्श पर पड़ा मिला और पत्नी लहूलुहान हालत में बिस्तर पर पड़ी थी।
पुलिस ने दरवाजे का लाक तोड़कर शव को कब्जे में लिया और महिला को गंभीर अवस्था में उप जिला चिकित्सालय भेजा। जहां से उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है। सुसाइड नोट में पति लिखकर गया कि अकेले नहीं पत्नी को मारकर ही मरूंगा मैं।
मूल रूप से ग्राम जाखपंत पिथौरागढ़ निवासी नर बहादुर 10 साल पहले अपने परिवार के साथ चकरपुर बिल्हैरी के थरुवाट में आकर रहने लगे। वह पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हैं। दोमंजिले मकान के निचले हिस्से में नर बहादुर अपनी पत्नी शरू देवी के साथ रहते हैं।
उनका बड़ा बेटा 45 वर्षीय राज बहादुर अपनी पत्नी आशा देवी के साथ ऊपरी मंजिल पर रहता था। रविवार शाम नर बहादुर की तबीयत खराब होने पर वह पत्नी के साथ हल्द्वानी इलाज कराने चले गए। बताते हैं कि सोमवार सुबह राज बहादुर को उसके छोटे भाई करन ने फोन किया।
रिसीव नहीं होने पर उन्होंने रिश्तेदारों को फोन किया। इस पर रिश्तेदार प्रकाश बहादुर, भरत कुमार, सौरभ कुमार उनके घर पहुंचे। उन्हें दरवाजा अंदर से बंद मिला और बुलाने पर अंदर से कोई आवाज नहीं आई। सूचना पर खटीमा कोतवाली से एसएसआइ अशोक कुमार, चकरपुर चौकी प्रभारी प्रियांशु जोशी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
दरवाजे का तोड़ना पड़ा लॉक
दरवाजे का लाक तोड़ा तो भीतर राज बहादुर मृत अवस्था में फर्श पर पड़े थे। जबकि आशा देवी बिस्तर पर लहूलुहान हालत में पड़ी थी। उप जिला चिकित्सालय से गंभीर हालत को देखते हुए आशा देवी को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया।
इधर, विधि विज्ञान प्रयोगशाला रुद्रपुर से एसआई सत्यप्रकाश रायपा की अगुवाई में आई टीम ने मौके से जहर की दो शीशियां बरामद कर सैंपल जुटाए। राज बहादुर के कमरे से एक फंटी (डंडा) भी बरामद हुआ है।