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नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल में देर शाम हुई भारी वर्षा से कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। इससे गिरिजा मंदिर क्षेत्र में पानी सीढ़ियों तक पहुंच गया और छह अस्थायी दुकानें डूब गई।

वहीं, रामनगर से रानीखेत जा रही कार नाले में बह गई।

स्थानीय लोगों ने कार में सवार चार लोगों को बचा लिया। बाइक से कोटाबाग घूमने आए रामनगर के तीन दोस्तों में से दो ने किसी तरह अपनी जान बचा ली, लेकिन तीसरा नाले में बह गया। देर रात तक चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद भी उसका पता नहीं चला।

वहीं, बागेश्वर के कपकोट में अतिवृष्टि से चार मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। मंगलवार सुबह जिला प्रशासन ने स्कूलों को बंद करा दिया। कपकोट में 24 घंटे के भीतर 160 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। मौसम प्रतिकूल होने से केदारनाथ पैदल मार्ग से आज भी यात्रियों को आवाजाही के लिए अनुमति नहीं मिली। चार दिन से पैदल मार्ग से यात्रा बंद है।

बदरीनाथ राजमार्ग सुबह चार घंटे बाधित रहा

चमोली में बदरीनाथ राजमार्ग सुबह चार घंटे बाधित रहा। इससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम ¨सह के अनुसार, अगले कुछ दिन राज्य में तेज वर्षा का दौर बना रहेगा। बुधवार को देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर में भारी वर्षा के आसार हैं। अन्य जिलों में तीव्र वर्षा के एक से दो दौर हो सकते हैं।

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