रेलवे और जिला प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान नगीना कॉलोनी में शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। जेसीबी और पोकलैंड से तीन सौ से अधिक कच्चे-पक्के मकानों को ध्वस्त किया गया। वहीं घर बचने की उम्मीद खत्म होते देख कुछ लोग खुद ही अपना आशियाना तोड़ते नजर आए।
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रेलवे और जिला प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान नगीना कॉलोनी में शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। जेसीबी और पोकलैंड से तीन सौ से अधिक कच्चे-पक्के मकानों को ध्वस्त किया गया। वहीं घर बचने की उम्मीद खत्म होते देख कुछ लोग खुद ही अपना आशियाना तोड़ते नजर आए। बेघर हुए लोगों ने बृहस्पतिवार रात खुले आसमान तले गुजारी। 26 मई से फिर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा।
नगीना कॉलोनी में शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे चार जेसीबी और पोकलैंड मशीन से अतिक्रमण ढहाने की कार्रवाई शुरू की गई। अधिकतर लोगों ने अपना घर टूटने से पहले सामान रेलवे ट्रैक किनारे रख दिया। आशियाना उजड़ते देख लोगों की आंखें नम हो गई। नगीना कॉलोनी में अधिकतर ऐसे परिवार रहते थे जिनका परिवार रोजाना मजूदरी करने से चलता था। घर छिनने के साथ रोजगार भी जाने से परिवार बेबस होकर सरकार से मदद की उम्मीद लगाए हुए हैं। अधिकतर परिवारों के सामने नया आशियाना खोजने की चुनौती है। इधर, पूर्व विधायक नारायण पाल ने नगीना कॉलोनी में पीड़ितों की सुध ली और रेलवे एवं प्रशासन के अधिकारियों पर बस्ती के लोगों के साथ मानवीयता नहीं दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने एसडीएम मनीष कुमार सिंह और एसपी सिटी हरबंश सिंह से वार्ता कर पीड़ितों को सरकारी भूमि में बसाने का मुद्दा रखा।
स्थानीय जनप्रतिनिधि हुए गायब, नेहा रोटी बैंक ने की मदद
लालकुआं। रेलवे की अतिक्रमण ढहाने की कार्रवाई को लेकर नगीना कॉलोनी के लोगों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी है। कॉलोनी से उजाड़े गए लोगों का कहना था कि स्थानीय जनप्रतिनिधि कार्रवाई नहीं रुकवा सकते थे लेकिन मौके पर पहुंचकर उनका दर्द तो सुन सकते थे। साथ ही उनके रहने की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर कोई रास्ता निकालने की पहल भी की जा सकती थी। इधर, नेहा रोटी बैंक के अध्यक्ष फिरोज खान और उनकी टीम ने नगीना कॉलोनी से बेघर हुए लोगों की भोजन-पानी की व्यवस्था कराई।
कांग्रेसियों ने रेलवे की कार्रवाई पर उठाए सवाल
लालकुआं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रेलवे विभाग पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। कांग्रेसियों ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के तहत मात्र 200 मीटर तक के दायरे से अतिक्रमण हटाना था लेकिन रेलवे ने 200 मीटर के दायरे से बाहर बसे लोगों को भी बेघर कर दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उजाड़े गए लोगों को विस्थापित करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में पुष्कर दानू, गिरधर बम, प्रदीप बथ्याल, रमेश कुमार, सूरज मुन्ना सिंह, भुवन पांडे आदि रहे।
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