महापंचायत में शामिल होने के लिए हिंदूवादी नेता व हैदराबाद के विधायक टी राजा भी पहुंचे । महापंचायत के मद्देनजर पुलिस ने शहर में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए थे।
उत्तरकाशी में मस्जिद के खिलाफ रामलीला मैदान में आयोजित महापंचायत में बड़ी संख्या में हिंदूवादी नेता जुटे। हैदराबाद से पहुंचे विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि वह यहां उत्तरकाशी और उत्तराखंड के लोगों को जगाने आए हैं कि लव व लैंड जिहाद से राज्य को बचाने के लिए एक हो जाएं। उन्होंने सीएम धामी को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के काम करने का तरीका अपनाने की नसीहत दी।
रविवार को देवभूमि विचार मंच की ओर से आयोजित हिंदू महापंचायत में पहुंचे हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा से विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि भारत के इतिहास में प्राचीन तीर्थ स्थान कहीं है तो वह उत्तराखंड में है। इस देवभूमि को अपवित्र करने का काम किया जा रहा है। यह सिर्फ उत्तरकाशी का मुद्दा नहीं है। पूरे उत्तराखंड में जो लैंड, लव जिहाद हो रहा है। उसको बचाने के लिए सभी को एक होने की जरूरत है। भारत का हर हिंदू कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है। कहा कि जब उत्तराखंड राज्य बना था। तब यहां दूसरे समुदाय के लोगाें की आबादी सिर्फ एक प्रतिशत यानि कि एक लाख थी। आज ये आबादी 25 लाख हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने भी साथ होने का संदेश भेजा है। जब तक लैंड जिहाद करने वालों को खदेड़ नहीं देंगे, तब तक वह तन-मन-धन से साथ हैं। उन्होंने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी को एक बार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ चाय पर चर्चा करने की आवश्यकता है कि योगी किस तरह से लैंड जिहाद और अवैध कब्जा करने वालों को सबक सिखाते हैं। उनकी तरह सीएम धामी को भी कुछ बुलडोजर खरीद कर लाने की जरूरत है।
इससे पूर्व गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि उत्तरकाशी को धार्मिक नगर घोषित करेंगे। यहां न मीट की दुकान होगी और न अंडे की। उन्होंने कहा कि मस्जिद मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जा रही है। मस्जिद अवैध हुई तो तुड़वाई जाएगी। बजरंग दल के प्रदेश संगठन मंत्री अनुज वालिया ने कहा कि जब मैंंने यहां प्रेसवार्ता कर मस्जिद को अवैध बताया तो एक कांग्रेसी ने पूछा था कि इसका कोई सबूत है। ऐसी जिहादी मानसिकता की कांग्रेस पार्टी पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी बलिदान और संघर्ष के लिए तैयार हूं। लेकिन किसी की भी अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भावी पीढ़ी की सुरक्षा की चिंता हमें करनी होगी।