पौड़ी: पर्यटन नगरी पौड़ी के आसपास के मंदिरों को पर्यटन सर्किट से जोड़ा जा रहा है. जिससे यहां के खूबसूरत और धार्मिक मान्यताओं वाले मंदिरों की जानकारी भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मिलेगी. संस्कृति विभाग द्वारा पर्यटन सर्किट के निर्माण के लिए उन्हें धनराशि अवमुक्त करते हुए निर्माण कार्य भी शुरू करवा लिया गया है. पर्यटन सर्किट का कार्य पूर्ण होने के बाद यहां पर पर्यटकों की आवाज बढ़ने से व्यापार भी बढ़ेगा.
पौड़ी के धार्मिक स्थानों को पर्यटन सर्किट के रूप विकसित करने के लिए के लिए कवायद तेज हो गई है. इसमें पौड़ी समेत खिर्सू और श्रीनगर के धार्मिक स्थल भी शामिल हैं. योजना के तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन सर्किट का निर्माण किया जा रहा है. इस सर्किट में आने वाले धार्मिक स्थलों की धार्मिक मान्यताओं की जानकारी भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मिलेगी. गढ़वाल मंडल विकास निगम ने इसके लिए 4 करोड़ 49 लाख का एस्टीमेट दिया था. जिसके सापेक्ष उन्हें साल 2023 में 1करोड़ 79 लाख की धनराशी दी गई. जिस धनराशी से कार्य किया जा रहा है.
क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी आशीष कुमार ने बताया पर्यटन सर्किट के तहत किंकालेश्वर,कंडोलिया,खिर्सू,देवलगढ़, धारी देवी और कमलेश्वर मंदिर शामिल है. इस सर्किट के तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. स्थानीय महिला प्रियंका थपलियाल ने बताया पौड़ी चारधार मार्ग से दूर है. ऐसे में पर्यटन सर्किट के निर्माण के बाद चारधार के साथ साथ उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को भी इस सर्किट की मदद से धार्मिक मान्यताओं वाले मंदिरों की जानकारी मिलेगी. पौड़ी में पर्यटकों की संख्या के बाद यहां के व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी.