विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। पुलिस मामले को हैंगिंग से जोड़कर देख रही है जबकि मृतका के मायके वाले इसे दहेज हत्या बता रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। पुलिस मामले को हैंगिंग से जोड़कर देख रही है जबकि मृतका के मायके वाले इसे दहेज हत्या बता रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। जानकारी के मुताबिक ग्राम हत्मना, तहसील बहेड़ी, जनपद बरेली, उत्तर प्रदेश निवासी टहल सिंह ने वर्ष 2020 में अपनी 24 वर्षीया पुत्री पलविंदर कौर का विवाह ग्राम हल्दुआ साहू थाना कुंडा निवासी गुरमेज सिंह पुत्र प्रेम सिंह के साथ धूमधाम से किया।
विवाहिता का पति फौज में है। उसकी पोस्टिंग इन दिनों लेह लद्दाख में है। विवाहिता के एक सवा साल का पुत्र है। मृतका के परिजनों ने बताया कि दो एकड़ भूमि बेचकर शादी की गई थी। लेकिन विवाहिता का दांपत्य जीवन अधिक दिनों तक सुखी नहीं रह सका। आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद से ही पति, ससुर देवर व सास आपस में एक राय होकर विवाहिता को फॉर्च्यूनर कार की खातिर बुरी तरह प्रताड़ित करने लगे।
झगड़ा फसाद की स्थिति अत्यधिक बढ़ने पर पूर्व में कई बार दोनों पक्षों के बीच समझौता भी कराया गया लेकिन आरोप है कि ससुराल वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। विवाहिता पर प्रताड़ना का क्रम लगातार बढ़ता जा रहा था। गत मंगलवार की शाम लगभग 5 बजे विवाहिता ने मायके फोन कर भाई मनदीप सिंह तथा मां को बताया कि दहेज की खातिर उसके साथ ससुराल वाले ने बुरी तरह मारपीट कर रहे हैं।
इसी के कुछ देर बाद विवाहिता की बेहद संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। मायके वालों को घटना की सूचना मिलने पर उनमें कोहराम मच गया। मृतका के मायके वालों ने साफ कहा कि उसके ससुराल वालों ने दहेज की खातिर मुंह में कपड़ा ठूंस कर उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतका के मायके वाले घटना को स्पष्ट तरीके से हत्या करार दे रहे हैं।
उत्तराखंड की किताबों से भी हटाया गया मुगलों का इतिहास, 12वीं इतिहास की किताब से गायब हुए विषय
जबकि पुलिस फिलहाल उक्त मामले को हैंगिंग से जोड़कर देख रही है। थानाध्यक्ष कुंडा से जब इस बारे में फोन पर जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही असल कारणों का पता चल सकेगा लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मौके पर जो परिस्थितियां देखने को मिली उससे प्रतीत होता है कि चुन्नी से फांसी लगाया गया। मौत के कारणों का सही पता अंत्य परीक्षण के बाद ही चल सकेगा।