गौला नदी में रविवार से खनिज निकासी शुरू हो गई। विभिन्न निकासी गेटों से 1878 वाहनों से आठ हजार घनमीटर खनिज निकाला गया। दूसरी ओर 108 क्वुन्तल से अधिक खनिज लाने पर ढाई सौ वाहनों की एक दिन की निकासी को रोक दिया गया है।
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पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से गौला नदी में खनिज निकासी की अनुमति दी गई थी, जो कि 28 फरवरी को पूरी हो गई थी। इसके चलते गौला नदी में खनन बंद हो गया था।
मंत्रालय से अनुमति मिलने और राज्य सरकार से जुड़ी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद रविवार से खनन फिर से शुरू हो गया।
वन निगम के हल्द्वानी डिवीजन के अंतर्गत ही निकासी गेटों से खनिज निकाला गया है। वहीं, सोमवार को लालकुआं क्षेत्र के भी देवरामपुर और लालकुआं गेट खोलने की तैयारी है।
तराई पूर्वी वन प्रभाग के रेंजर चंदन अधिकारी ने बताया कि गौला नदी में खनन शुरू हो गया है। क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पहले जाड़े में ही दीपावली के आसपास खनन शुरू हो जाता था।
सचल दल की टीम भी सक्रिय है। खनन का कारोबार बरसात से बंद था। तब से लोग इसका इंतजार कर रहे थे। अब खनन सामग्री का मूल्य कम होने और कारोबार बढ़ने की उम्मीद है।