मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाया गया है। अब सवाल ये कि राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा। अबकी बार वसुंधरा राजे ही या कोई और। पिक्चर अभी बाकी है। इस समय यूं तो पूरा जयपुर सर्दी की चपेट में है, मगर दो जगह सियासी पारा सबसे गर्म है।
जयपुर में 13 सिविल लाइंस वसुंधरा राजे का सरकारी आवास है। यहां 3 दिसंबर को मतगणना के बाद से सियासी हलचल बहुत है। इसे राजस्थान में भाजपा को प्रचंड बहुमत के बाद फिर से सीएम बनने के लिए वसुंधरा राजे के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।
13 सिविल लाइंस के बंगले में वसुंधरा राजे का निवास स्थान व ऑफिस पास-पास ही हैं। भाजपा मुख्यालय में 12 दिसंबर को प्रस्तावित विधायक दल की बैठक से पहले वसुंधरा राजे के बंगले पर सोमवार को काफी गहमागहमी देखी गई। भाजपा के विधायकों को मंगलवार सुबह साढ़े बजे से भाजपा मुख्यालय में बुलाया गया है।
जयपुर में मालवीय नगर से विधायक कालीचरण सर्राफ व प्रताप सिंह सिंघवी के अलावा भाजपा के कई नेता और समर्थक वसुंधरा राजे सिंधिया से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि कल दोपहर को होने वाली विधायक दल की बैठक से पहले वसुंधरा खेमा भी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है।
3 दिसंबर को राजस्थान चुनाव का रिजल्ट आने के दो दिन बाद ही वसुंधरा राजे के बंगले के बाहर दो बड़े-बड़े पोस्टर लगा दिए गए थे, जिन पर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीप पर पीएम नरेंद्र मोदी को हार्थिक बधाई व शुभकामनाएं दी गई हैं।
वसुंधरा राजे पीएम महेंद्र भारद्वाज बंगले से बाहर आए और मीडिया से कहा कि वे गलत खबर चला रहे हैं। बंगले में विधायकों से मुलाकात नहीं हो रही है। वहीं, बंगले के अंदर गए पत्रकारों ने बताया कि प्रदेश से सैकड़ों नेता, कार्यकर्ता राजे से मिलने आए थे। राजे ने उनसे मुलाकात भी की। मुलाकात के दौरान वे पूरी तरह से आसवस्त नजर आईं थीं।
राजे से मुलाकात करने जसोल समेत कई जगहों से आए कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने वसुंधरा राजे के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना की है। प्रसाद लेकर आए हैं। वसुंधरा को चुनरी भी ओढ़ाई। यह भी सामने आ रहा है कि राजस्थान में कई जगहों पर वसुंधरा राजे का सीएम बनाए जाने के लिए पूजा अर्चना चल रही हैं।