नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौरान जो सियासी ड्रामा सामने आया, उसका सच अब वायरल वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है। इस वीडियो में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य खुलेआम एक पुलिस अधिकारी पर झपटते और धक्का-मुक्की करते दिखाई दे रहे हैं। साथ ही, उनका “मारो मुझे” बोलना और नौटंकी करना साफ सुनाई देता है, जिससे माहौल और अधिक गर्म हो गया।
दूसरी ओर, कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश भी खुलेआम अपशब्दों का प्रयोग करते दिख रहे हैं, जिससे चुनावी मर्यादा भंग होती दिखाई दे रही है। घटनाक्रम के चलते प्रशासन और पुलिस को पूरे इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा के इंतजाम करने पड़े।
सामने आई एक और चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस के केवल 2 अधिकृत सदस्य ही जीतकर आए हैं, जबकि 15 मतदाताओं के सर्टिफिकेट कांग्रेस नेता जब्त कर रखे थे — जिस वजह से बाकी सदस्यों के पास अपना प्रमाण पत्र चुनाव के दिन मौजूद नहीं था। यह सवाल उठता है कि मतदान के दिन मतदाताओं के प्रमाण पत्र कांग्रेस नेताओं के पास कैसे पहुंचे? आखिर इन प्रमाणपत्रों की जब्ती का मकसद क्या था?
वीडियो और घटनाक्रम से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। ऐसे माहौल में, जनता खुद देख सकती है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए किस तरह की नौटंकी और हिंसा की गई। प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है और निष्पक्ष जांच के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठा रहा है।



