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तराई पश्चिमी फॉरेस्ट डिवीजन में डीएफओ प्रकाश आर्य को गांव वालो ने सूचना दी कि एक बाघिन खेतों के आसपास मंडरा रही है। उसकी आवाज से लोग दहशत में हैं

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तराई पश्चिमी फॉरेस्ट डिवीजन में डीएफओ प्रकाश आर्य को गांव वालो ने सूचना दी कि एक बाघिन खेतों के आसपास मंडरा रही है। उसकी आवाज से लोग दहशत में हैं। डीएफओ तत्काल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बाघिन को बेहोश करके उसे रेस्क्यू किया गया।

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आर्य के मुताबिक बन्नाखेड़ा रेंज के अंतर्गत बैलपोखरा गांव मे बाघ की सूचना प्राप्त होने पर तराई पश्चिमी वन प्रभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई और बाघिन के व्यवहार के विषय में आसपास के लोगों से जानकारी हासिल की। आर्य ने बताया कि चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन और अन्य उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर कर बाघ को ट्रैंकुलाइज किया गया और फिर उसे रेस्क्यू कर वन परिसर मे रखा गया है। वहां उसे भोजन दिया गया और बाघिन की मेडिकल जांच भी की गई। वह स्वस्थ है। अगले दो दिनों में बाघिन को जंगल मे छोड़ने के सम्बन्ध उच्च स्तर से निर्देश प्राप्त होने पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि बाघिन शिकार के तलाश में जंगल से बाहर आ गयी होगी।

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