यूट्यूबर अमित शाह की मौत मामले को लेकर परिजनों और स्थानीय लोगों ने बीडी पांडे अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश का घेराव किया. इसी बीच बेहतर स्वास्थ्य सेवा न मिलने पर सीएमओ समेत सीएमएस को स्वास्थ्य सचिव ने फटकार भी लगाई.
प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश ने बीडी पांडे अस्पताल का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इसी दौरान बीते दिनों यूट्यूबर अमित शाह की मौत को लेकर उसके परिजनों और स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य सचिव का घेराव किया. उन्होंने अस्पताल में तालाबंदी की चेतावनी दी. साथ ही अस्पताल में मौजूद लोगों ने स्वास्थ्य सचिव से अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध न होने और छोटी सी बीमारी पर हल्द्वानी रेफर किए जाने की शिकायत की.
यूट्यूबर की हार्ट अटैक से हुई थी मौत:
बता दें कि बीते दिनों नैनीताल में यूट्यूबर अमित शाह की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. जिसके बाद अमित के परिजनों ने डॉक्टर पर उसकी इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही होने का खंडन किया है.
सीएमओ समेत सीएमएस को लगाई फटकार:
स्वास्थ्य सचिव डॉ.आर राजेश ने बीडी पांडे अस्पताल के निरीक्षण के दौरान जेनयेट्रिक वार्ड, मेडिकल वार्ड और कार्डियोलॉजी विभाग का निरीक्षण किया. उन्होंने निरीक्षण के दौरान मरीजों से बातचीत करके अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा न मिलने की शिकायत से नाराज होकर स्वास्थ्य सचिव ने सीएमओ समेत सीएमएस को फटकार लगाई. साथ ही सीएमओ को अमित की मौत की जांच को लेकर कमेटी बनाकर जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं.
मरीजों का अल्ट्रासाउंड न करने का आरोप:
अस्पताल के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव को अस्पताल में रोजाना मात्र 30 लोगों का अल्ट्रासाउंड होने की शिकायत मिली. अल्ट्रासाउंड कराने अस्पताल पहुंचे लोगों का कहना है कि उन्हें कई दिनों तक बिना अल्ट्रासाउंड के वापस घर भेज दिया जा रहा है. जिससे उन्हें हल्द्वानी का रुख करना पड़ रहा है. वहीं, आपातकालीन कक्ष में अक्सर चिकित्सक तैनात नहीं रहने पर स्वास्थ्य सचिव ने नाराजगी व्यक्त की.
अमित के उपचार में लापरवाही का खंडन:
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधांशु सिंह ने बताया कि रात ढाई बजे मरीज को अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में उपचार को लेकर पहुंचे थे. उनके परामर्श के बाद जब मरीज का ईसीजी किया गया, तो रिपोर्ट गंभीर मिली. जिसके बाद मरीज को तत्काल हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गई, लेकिन मरीज ने खुद हायर सेंटर जाने से मना कर दिया. इसके बाद भी चिकित्सकों ने उन्हें काफी समझाया, तो वह अस्पताल से चले गए. ऐसे में उन्हें लगा कि परिजन मरीज को हायर सेंटर लेकर चले गए हैं, लेकिन सुबह पांच बजे परिजन मरीज को मृत अवस्था में अस्पताल लेकर पहुंचे.