हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब्दुल मलिक और उसकी बेगम साफिया और 4 अन्य के खिलाफ नैनीताल पुलिस ने केस दर्ज किया है। आरोप है कि इन लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन हड़पने की साजिश रची।
मलिक का बगीचा में मौजूद नजूल भूमि को हथियाने के लिए मृत व्यक्ति के नाम का इस्तेमाल किया गया।
असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर गणेश भट्ट की शिकायत पर एसएसपी नैनीताल पीएन मीणा ने कहा कि अब्दुल मलिक, उसकी पत्नी साफिया मलिक समेत 6 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 417, 420 और 120B के तहत केस दर्ज किया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। गणेश भट्ट ने गुरुवार को हल्द्वानी पुलिस स्टेशन में सरकारी जमीन को कब्जाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया। अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी समेत अन्य के खिलाफ आरोप लगाया गया है कि उन्होंने एक मृत व्यक्ति के नाम पर हलफनामा दायर करके और कोर्ट में याचिका दायर किया।
उन्होंने कहा, ‘शिकायत के आधार पर पुलिस ने साफिया मलिक, अब्दुल मलिक और चार अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिनमें अख्तरी बेगम, नबी रजा खान, गौस रजा खान और अब्दुल तलीफ शामिल हैं। नजूल भूमि को कब्जाने के लिए धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने का आरोप है।’ इस बीच नैनीताल पुलिस ने गुरुवार को चार और आरोपी को गिरफ्तार किया है। अब तक कुल 78 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने अब अयाज अहमद, मोहम्मद समीर, जावेद कुरैशी और मोहम्मद फिरोज को गिरफ्तार किया है। सभी वनभूलपुरा के रहने वाले हैं।
नैनीताल पुलिस को आशंका है कि हल्द्वानी हिंसा का कथित साजिशकर्ता अब्दुल मलिक नेपाल भाग चुका है। 8 फरवरी को अवैध मदरसा को तोड़े जाने के बाद हिंसा भड़क गई थी। मलिक ने ही नजूल भूमि पर अवैध ढांचों का निर्माण कराया था। पुलिस ने उसे हल्द्वानी हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता बताया है। अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया जा चुका है। हल्द्वानी हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी तो सैकड़ों लोग घायल हो गए थे।