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नगर के रिहायसी इलाके में पेंट बनाने की फैक्ट्री से दुर्गंध और पर्यावरण हानि की शिकायत कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत तक पहुंची,

इसके तत्काल बाद कुमाऊं कमिश्नर ने संज्ञान लेते हुए पर्यावरण प्रदूषण विभाग और सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए, मौके पर पहुंची टीम ने स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद कुमाऊं कमिश्नर ने शहर के रिहायसी इलाकों के बीच पेंट बनाने की इस फैक्ट्री को तत्काल बंद करने और 15 दिन के भीतर यहां से सामान शिफ्ट करने के निर्देश दिए। कमिश्नर के निर्देश के बाद हुई जांच में यह भी सामने आया कि संबंधित पेंट फैक्ट्री ब्रांडेड कंपनी के नाम से पेंट बेच रही है, लिहाजा संबंधित कंपनियों से भी बात कर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बताया कि उनके द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों और पॉल्यूशन विभाग सहित संबंधित फैक्ट्री के मालिक सभी को बुलाया गया, जिसके बाद यह निर्देश दिए गए हैं कि तत्काल रिहायसी इलाके में यह कार्य बंद किया जाना चाहिए, और यहां से इसे शिफ्ट करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है, साथ ही ब्रांडेड पेंट बनाने कर बेचने के मामले में संबंधित ब्रांडेड कंपनी को भी जांच में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल कैंप ऑफिस में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने आज जनसुनवाई करते हुए फरियादियों की कई सारी महत्वपूर्ण समस्याएं सुनी। उन्होंने बताया आज कुछ अलग प्रकार की समस्याएं उनके समक्ष आई हैं। जिसमें रामपुर रोड के पास एक पेंट बनाने की फैक्ट्री जिससे काफी प्रदूषण निकलता है। आसपास के लोगों ने अब इसकी शिकायत उनसे की तो पूरे मामले में कुछ नया ही मोड़ आया। पेंट की फैक्ट्री में नामी कंपनियां के पेंट बनाए जा रहे थे, जिनकी बाल्टिया और पाउच भी पाए गए है। साथ ही कई सारे व्हाइट सीमेंट के कट्टे भी पाए गए हैं, मौके पर जीएसटी, नगर निगम समेत तमाम विभाग के अधिकारी मौजूद है।

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जहां पर बहुत बड़ी धांधली होने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि यह पूरी नकली पेंट बनाने की फैक्ट्री है। जिसमें नामी गिरामी कंपनियों के रैपर और पेट के डिब्बे हैं। कई ज्वलनशील पदार्थ भी हैं, जिससे कोई बड़ी घटना भी हो सकती है। बता दें फैक्ट्री स्वामी द्वारा कमिश्नर के समक्ष कहा गया था कि फैक्ट्री में डिटर्जेंट पाउडर और डिटर्जेंट टिकिया बनाई जाती है, जबकि मौके पर ऐसा कुछ नहीं मिला। फिलहाल प्रशासन की छापेमारी जारी