जवानों ने केवल 100 रुपए दिए और वहां से जाने लगे. नाबालिग 5 रुपये देने पर जवानों से पैसे मांगने लगा. इस बात पर दोनों पुलिसकर्मियों ने नाबालिग को गाली देना शुरू कर दिया और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिसकर्मियों को रोकने का प्रयास किया. मगर, उन्होंने किसी की बात नहीं मानी. जवानों ने कहा ‘पैसा नहीं देंगे, जो करना है कर ले’
उन्नाव का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में दो पुलिसकर्मी सब्जी बेचने वाले लड़के के साथ मारपीट करते नजर आ रहें और गालियां देते नजर आ रहे हैं. पुलिसकर्मी ने लड़के से सब्जी खरीदी थी, लेकिन 5 रुपए कम दिए थे. लड़के ने पैसे मांगे तो दोनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की. वहां मौजूद व्यक्ति ने यह वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. मामला सामने आने के बाद होमगार्ड-पीआरडी के इन जवानों को सस्पेंड किया गया है. दरअसल, मामला उन्नाव के सफीपुर कोतवाली इलाका का है. 16 साल का लड़का सब्जी बेचने का काम करता है. सफीपुर कोतवाली में तैनात होमगार्ड जवान सूर्यपाल और पीआरडी जवान उमाकांत ड्यूटी उसके पास पहुंचे. दोनों ने सब्जी खरीदी, जिसके लिए नाबालिग ने 105 रुपए मांगे.
5 रुपए के नाबालिग को पीटा
मगर, जवानों ने केवल 100 रुपए दिए और वहां से जाने लगे. नाबालिग 5 रुपये देने पर जवानों से पैसे मांगने लगा. इस बात पर दोनों पुलिसकर्मियों ने नाबालिग को गाली देना शुरू कर दिया और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिसकर्मियों को रोकने का प्रयास किया. मगर, उन्होंने किसी की बात नहीं मानी. जवानों ने कहा ‘पैसा नहीं देंगे, जो करना है कर ले’.
वीडियो हुआ वायरल, दोषियों पर गिरी गाज
मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति ने इस घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा को मिला था. उन्होंने सफीपुर ऋषि कांत शुक्ला को मामले की जांच सौंपी है. जांच में बाद सीओ ने रिपोर्ट होमगार्ड के कमांडेंट को भेजी.
निलंबित किए गए दोषी पुलिसकर्मी
होमगार्ड कमांडेंट और पीआरडी के उच्चाधिकारियों ने होमगार्ड जवान सूर्यपाल और पीआरडी जवान उमाकांत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की है.
मामले पर जानकारी देते हुए सहायक जिला कमांडेंट बिजेंद्र यादव ने कहा कि वीडियो मिलने के बाद उच्च अधिकारियों के आदेश पर तत्काल कार्यवाही करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है.