राहुल गांधी को लेकर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा है कि राहुल गांधी पप्पू नहीं हैं, वे गहरी सोच रखने वाले रणनीतिकार हैं। सैम पित्रोदा ने ये बयान राहुल गांधी के साथ टेक्सास में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते वक्त दिया है।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष ने आगे कहा कि राहुल गांधी समावेशिता के हिमायती हैं।
राहुल गांधी के पास एक अलग दृष्टिकोण- सैम पित्रोदा
सैम पित्रोदा ने अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी के पास एक ऐसा दृष्टिकोण है, जो भाजपा की तरफ से करोड़ों रुपये खर्च करके प्रचारित किए जाने वाले दृष्टिकोण से बिलकुल अलग है। मैं आपको बता दूं कि वह कोई पप्पू नहीं हैं। वह उच्च शिक्षित, पढ़े-लिखे, किसी भी विषय पर गहरी सोच रखने वाले रणनीतिकार हैं और कभी-कभी उन्हें समझना बहुत आसान नहीं होता।
‘विविधता की वकालत कर रहे हैं राहुल गांधी’
टेक्सास में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सैम पित्रोदा ने कहा कि पचास के दशक की शुरुआत में स्कूल जाते समय, गांधीवादी विचार हमारी शिक्षा का मूल था। समावेश और विविधता केवल शब्द नहीं थे – ये वे थे जिसके द्वारा हम जीते हैं और जब मैं अपने समाज में परिवर्तन देखता हूं, जो मूल संरचना पर हमला है, तो मुझे इसकी चिंता होती है। इसलिए हम यह सुनिश्चित करें कि हम जाति, धर्म, भाषा या राज्य के बावजूद अपने लोगों का सम्मान करें। हम सभी के लिए समान अवसर पैदा करते हैं, हम श्रमिकों को सम्मान देते हैं और ये वे मुद्दे हैं जिनकी राहुल गांधी वकालत कर रहे हैं और इससे मुझे बहुत खुशी होती है।
‘कुछ लोग लोकतंत्र को करना चाहते हैं हाईजैक’
सैम पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी का एजेंडा विविधता का जश्न मनाना है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी का एक अलग एजेंडा है जो उस चीज पर अधिक केंद्रित है जिसे हम लंबे समय से समझने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ठीक से समझ नहीं पाए हैं और वह है समावेश, विविधता का जश्न…। पित्रोदा ने समझाया कि लोकतंत्र इतना सरल नहीं है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र इतना सरल नहीं है…लोकतंत्र के लिए हमारे जैसे बड़ी संख्या में लोगों के काम की आवश्यकता होती है। हम इसे हल्के में नहीं ले सकते क्योंकि ऐसे लोग हैं जो लोकतंत्र को हाईजैक करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।