जसपुर कोतवाली क्षेत्र में गला रेत कर हत्या के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी कोई और नहीं बल्कि, मृतक का दोस्त है. जिसकी दोस्त के पैसों को देख नीयत फिसल गई थी. ऐसे में पैसों के लालच में आकर उसने गला रेत कर दोस्त की हत्या कर दी. आरोपी के पास हत्या में इस्तेमाल चाकू, मृतक का मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद हुए हैं. फिलहाल, आरोपी को कोर्ट में पेश कर सलाखों के पीछे भेज दिया है.
दरअसल, बाबू राम की हत्या मामले में जसपुर कोतवाली पुलिस ने उसी के दोस्त को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, बीती 22 अप्रैल की सुबह सूचना मिली थी कि बिजली घर के पास एक युवक का शव पड़ा हुआ है. सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो किसी धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या होना पाया गया. जिसके बाद पुलिस ने शिनाख्त कराई तो उसकी पहचान बाबू राम सिंह (उम्र 38 वर्ष) निवासी जसपुर (यूएस नगर) के रूप में हुई. जिस पर घटना की जानकारी परिजनों को दी गई, फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
वहीं, मृतक के भाई महेंद्र सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी की धरपकड़ के लिए पांच टीमों का गठन किया. जांच के दौरान जसपुर पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे. घटना को अंजाम देने वाले संदिग्ध को चिह्नित करते हुए दबिश दी गई, लेकिन आरोपी घटना के बाद से फरार चल रहा था. इसी कड़ी 23 अप्रैल को जसपुर पुलिस ने आरोपी राजेश उर्फ राजा को भगवंतपुर तिराहे से गिरफ्तार किया.
पूछताछ में आरोपी ने बाबू राम की हत्या करना कबूल किया. आरोपी के कब्जे से पुलिस ने मृतक का फोन और उसके जेब से निकाले 4,780 रुपए बरामद हुए. आरोपी की निशानदेही पर मकान को खंगाला किया तो पता चला कि यह मकान आरोपी का ही है, जहां घटना को अंजाम दिया गया था.
मकान के अंदर चारपाई, फर्श, सीढ़ी, छत पर मृतक का खून लगा हुआ था. जबकि, आरोपी के खून से सने कपड़े, दरी और मृतक के जूते मकान के अंदर मिले. इसके अलावा हत्या में इस्तेमाल खून से सना हुआ धारदार चाकू भी आरोपी के मकान से बरामद हुआ. मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्यों को कब्जे में लिया गया.
रुपए के लालच में आकर राजेश ने बाबू राम की हत्या: आरोपी राजेश ने बताया कि वो दोनों दोस्त थे. बीती 21 अप्रैल की शाम राजेश को बाबू राम बिजली घर के पास घूमता हुआ मिला था. जिसके बाद राजेश, बाबू राम को अपने घर ले गया. घर पहुंचने पर बाबू राम सो गया. रात करीब 11 बजे भूख लगने पर बाबू राम की आंख खुली. जिसके बाद बाबूराम ने अपना पर्स निकालकर 500 का नोट राजेश को देते हुए कहा वो उसके लिए खाना लेकर आए.
बाबू राम के पर्स में कई सारे नोट देखकर राजेश की नीयत खराब हो गई. वो बाबूराम से पैसे मांगने लगा. जिस पर दोनों में झगड़ा हो गया. गुस्से में आकर राजेश ने चाकू उठाकर चारपाई पर बैठे बाबू राम के गले पर चला दिया. चाकू लगने के बाद बाबू राम सीढ़ी से छत की तरफ भागा, लेकिन राजेश ने चाकू लेकर उसका पीछा किया. ऐसे में बाबू राम मकान की दीवार पकड़कर लटका और नीचे कूद गया.
वहीं, पीछे-पीछे बाबू राम भी चाकू लेकर दीवार से नीचे कूद गया, फिर नीचे उतरकर राजेश ने दोबारे से बाबू राम का गला रेत दिया. इसके बाद पास पड़े रेत के ढेर में बाबू राम को दबाने का प्रयास किया. फिर राजेश अपने घर आया और एक चादर लेकर उसके पास गया. इसके बाद बाबू राम के नीचे चादर डालकर घसीटते हुए दूसरी तरफ खाली प्लॉट में ले गया.
उसके बाद राजेश ने मृतक बाबू राम के पर्स से 6से 7 हजार रुपए निकाले और वहां से अपने घर में आकर अपने खून से सने कपड़े, बाबू राम के जूते, चाकू आदि को चारपाई पर पड़ी दरी में लपेटकर बाथरूम के अंदर छुपाकर रख दिया. इसके बाद अपने कपड़े से पूरे घर पर लगा खून साफ किया, फिर घटना के बाद घर पर ताला लगाकर भाग गया, लेकिन अब पकड़ा गया.


