बीती आठ जनवरी को हुई पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा में 1,58,210 में से 1,14,139 (72.1 फीसदी) अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जबकि रविवार को दोबारा हुई परीक्षा में 1,03,730 (6.5 फीसदी) अभ्यर्थी शामिल हुए. दोबारा रविवार को आयोजित परीक्षा में कुल उपस्थिति 65.6 प्रतिशत ही पहुंच पाई। परीक्षा के लिए 158210 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिसमें से रविवार को 54480 गैर हाजिर रहे।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा में उम्मीदवारों की संख्या घट गई है। आठ जनवरी को हुई परीक्षा के मुकाबले 6.5 प्रतिशत कम अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं, आयोग का कहना है कि जल्द ही परीक्षा की आंसर की जारी की जाएगी। बीती आठ जनवरी को हुई पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा में 1,58,210 में से 1,14,139 (72.1 फीसदी) अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जबकि रविवार को दोबारा हुई परीक्षा में 1,03,730 (6.5 फीसदी) अभ्यर्थी शामिल हुए। रविवार को सुबह से ही परीक्षा केंद्रों के आसपास उम्मीदवारों की भीड़ जुट गई थी। 11 बजे से परीक्षा शुरू होनी थी लेकिन साढ़े नौ बजे से ही परीक्षा केंद्रों के गेट खुल गए थे। अभ्यर्थियों को सघन चेकिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग से गुजरना पड़ा।
नकल विरोधी नया कानून लागू होने के बाद पहली भर्ती परीक्षा रविवार को सम्पन्न हो गई। बेरोजगारों के आंदोलन और बहिष्कार अपील के बीच हुई पटवारी भर्ती पुनर्परीक्षा में पिछली बार के मुकाबले सात प्रतिशत उपस्थिति कम रही। पिछली बार आठ जनवरी को आयोजित परीक्षा में , जिसमें 72.1 प्रतिशत उपस्थित गई थी, जबकि दोबारा रविवार को आयोजित परीक्षा में कुल उपस्थिति 65.6 प्रतिशत ही पहुंच पाई। परीक्षा के लिए 158210 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिसमें से रविवार को 54480 गैर हाजिर रहे। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि किसी भी परीक्षा केंद्र पर गड़बड़ी या कोई बड़ी शिकायत सामने नहीं आई है। अभ्यर्थियों ने बताया कि पिछली बार की परीक्षा के प्रश्न पत्रों से रविवार की परीक्षा में एक भी प्रश्न नहीं पूछा गया था।
दून में कड़ी सुरक्षा के बीच 60 फीसदी अभ्यर्थी पेपर देने पहुंचे
राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी-लेखपाल) भर्ती परीक्षा-2022 की लिखित परीक्षा देहरादून जिले में 72 परीक्षा केंद्रों पर हुई। पुलिस-प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था में परीक्षा संपन्न कराई। देहरादून में लगभग 60 फीसदी अभ्यर्थी ही पेपर देने पहुंचे।
युवा बोले, ये पेपर तो ठीक था बस लीक न हुआ हो
दून के परीक्षा केंद्रों पर सुबह जहां युवाओं में पेपर देने को लेकर तेजी दिखी, हालांकि पेपर देने के बाद भी ज्यादा उत्साह नहीं दिखा। रेसकोर्स में युवाओं ने कहा कि ये पेपर तो ठीक था बस लीक न हुआ हो
शांतिपूर्ण परीक्षा का दावा, सरकार ने भी ली राहत की सांस
पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद रविवार को दोबारा परीक्षा संपन्न हुई। एक ओर जहां राज्य लोक सेवा आयोग ने चैन की सांस ली तो वहीं सरकार ने भी इतनी बड़ी परीक्षा के आयोजन के बाद राहत ली है। दोनों का ही दावा है कि परीक्षा शांतिपूर्ण रही।