खबर शेयर करें -

दो बच्चों में इन्फ्लूएंजा फ्लू के लक्षण मिले हैं. दोनों बच्चों को हाल ही में सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत पर अस्पताल लाया गया. दोनों के सैंपल जांच लिए सुशील तिवारी अस्पताल भेज दिए गए हैं.

चीन में फैली इन्फ्लूएंजा फ्लू के लक्षण उत्तराखंड में दो बच्चों में भी दिखाई दिए हैं. इन दोनों बच्चों को हाल ही में बागेश्वर जिला अस्पताल लाया गया. उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी. इसके बाद इन्फ्लूएंजा के लक्षण की आशंका को देखते हुए दोनों बच्चों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. चीन में फैले माइकोप्लाज्मा, निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है.

यह भी पढ़ें -  दिल्ली-मुंबई जाने वालों के लिए गुड न्यूज, लालकुंआ से इस दिन शुरू होगी एक और ट्रेन

बागेश्वर जिला अस्पताल में तैनात बच्चों के डॉक्टर रवींद्र सिंह मेर ने बताया कि तीन दिन पहले अस्पताल आए दो बच्चों में इन्फ्लूएंजा फ्लू जैसे लक्षण दिखे हैं. दोनों के सैंपल जांच के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेजे गए हैं. उन्होंने बताया कि 3 दिन पहले 6 साल का बच्चा और 5 माह के शिशु में ये लक्षण देखे गए थे. दोनों ही बच्चे अभी आइसोलेशन में ही हैं. हालांकि, अभी पहले के मुकाबले स्वास्थ्य में काफी सुधार है.

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड : बड़ा खुलासा लालकुआं नकली नोटों का सरगना,ऑनलाइन गेमिंग हर महीने आते थे करोड़ों रुपए जानिए

वहीं, सीएमओ डॉ बीबी जोशी ने बताया कि वायरस जनित बीमारी में पांचवीं स्टेज में ऑक्सीजन की जरूरत होती है. जिला अस्पताल के सभी बेड ऑक्सीजन पाइप लाइन से जुड़े हुए हैं. जिला अस्पताल में 650 एलपीएम के दो ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित हैं. कांडा और कपकोट सीएचसी में भी ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगे हुए हैं. जरूरत पड़ने पर जिला अस्पताल में अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा.

यह भी पढ़ें -  रामनगर में 141 परिवारों को घर खाली करने का नोटिस, दो दिन का दिया समय, महिलाओं ने पुलिस को दिखाया गुस्सा!

गौरतलब है कि माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू को लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजर ने सभी देशों को अलर्ट जारी किया है. भारत स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के बाद उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट मोड पर है.

You missed