प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गौरव एक ट्रैक्टर में जुड़ी दो ट्राॅलियों के बीच चल रहा था। चिलियाघोल के पास थकान होने पर वह ट्राॅली में चढ़ने का प्रयास कर रहा था कि अचानक पैर फिसलने से गिरकर वह ट्राॅली के टायर की चपेट में आ गया।
पूर्णागिरि धाम में 24 घंटे के अंदर एक और सड़क हादसे में दस साल के बालक को जान गंवानी पड़ी है। हादसा ट्रैक्टर-ट्राॅली में चढ़ते वक्त पैर फिसलने से हुआ है। घटना से भक्तिगीतों पर थिरक रहे श्रद्धालुओं का उत्साह मातम में बदल गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। खबर लिखे जाने तक मृतक बालक के परिजनों की ओर से केस दर्ज नहीं कराया गया था।
एक ट्रैक्टर में जुड़ी दो ट्राॅलियों के बीच चल रहा था गौरव
पूर्णागिरि धाम में बृहस्पतिवार सुबह बस हादसे में पांच लोगों की मौत होने के बाद शुक्रवार सुबह करीब साढ़े छह बजे एक और हादसा हो गया। पूरनपुर से देवी मां का डोला लेकर पहुंची श्रद्धालुओं की टोली भक्तिगीतों पर थिरकते उत्साह से आगे बढ़ रही थी कि चिलियाघोल के पास डोले में शामिल महादिया पूरनपुर निवासी दस वर्षीय गौरव पुत्र घनश्याम अचानक ट्रैक्टर-ट्राॅली के टायर के नीचे दब गया। घटना से श्रद्धालुओं में चीख पुकार मच गई।
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घायल गौरव को उप जिला अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टर के मृत घोषित करते ही श्रद्धालुओं में मातम छा गया। एसडीएस सुंदर सिंह ने अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली और बालक के परिजनों को सांत्वना दी। कोतवाल चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।