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भागलपुर जिले की एक पंचायत की मुखिया के साथ नौ माह तक सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं उसके पति को भी गायब कर दिया गया। पीड़िता ने ससुराल के सात लोगों को नामजद किया है।

पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।

पीड़िता ने अपने आवेदन में कहा है कि वह एक पंचायत की मुखिया है और अनुसूचित जाति से है। पिछले साल मई माह में वह मायके गई थी।

मुखिया को दी गई जातिसूचक गाली

इस बीच, उसका पति लापता हो गया। जब वह वापस ससुराल पहुंची और पति के बारे में ससुराल वालों से पूछा तो आरोपितों ने जातिसूचक गाली दी और कहा कि तुम्हें तो सिर्फ मुखिया पद पर खड़ा करने के लिए शादी कराई गई थी।

उन्होंने आगे कहा कि अब तुम उसे भूल जाओ, क्योंकि हमलोगों ने मारकर उसका शव गायब कर दिया है। वह सगा बेटा नहीं था, बल्कि उसे गोद लिया था। मुखिया ने आरोप लगाया कि पिछले नौ माह तक तीन लोग बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करते रहे।

पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी

उन्होंने कहा कि किसी तरह अपनी जान बचाकर वह मां के घर पहुंची तो वहां भी मुझे एवं मेरे चाचा के मोबाइल फोन पर धमकी दी जा रही है कि तुम जल्द वापस आ जाओ वरना तुम्हारे पूरे परिवार को जान से हाथ धोना पड़ेगा। तुम्हें उल्टे केस में फंसाकर मुखिया पद खारिज करवा देंगे।

मुखिया ने कहा कि आरोपितों ने उससे आधार कार्ड, मुखिया प्रमाण पत्र, हथियार सटाकर मेरा हस्ताक्षर चेकबुक पर करवा लिया था। दो भर सोना, 10 भर चांदी के साथ एटीएम कार्ड छीन लिया और उससे पेंशन के 95,000 रुपये निकाल लिए।

इतना ही नहीं मेरे द्वारा हस्ताक्षर किए गए चेकबुक का इस्तेमाल पंचायत का काम करवाने में गलत रूप से किया जा रहा है। सबौर थानाध्यक्ष ने कहा कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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