नैनीताल, 20 अगस्त 2025।
अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला द्वारा अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रदेश की भाजपा सरकार दशकों से काबिज गरीबों को मालिकाना हक देने के बजाय लगातार बेदखली की नीति अपना रही है।
धरना स्थल पर किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि वन विभाग सरकार के निर्देश पर लोगों को नोटिस जारी कर रहा है। लंबे समय से बसे परिवारों को विस्थापित करने की कोशिश हो रही है, जबकि यहां के लोग बुनियादी नागरिक सुविधाओं से भी वंचित हैं। उन्होंने कहा कि किसान महासभा पूरे देश में खेती, किसानी और जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रही है और बागजाला की जनता के साथ मजबूती से खड़ी है।
भाकपा (माले) नैनीताल जिला सचिव डॉ. कैलाश पांडे ने भी सरकार को चेतावनी दी कि गरीबों से जमीन और मकान छीनने की किसी भी कोशिश का कड़ा विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बागजाला से लेकर हल्द्वानी, लालकुआं, दमुआढुंगा, बनभूलपुरा और रामनगर तक हजारों परिवार बेघर होने के खतरे से जूझ रहे हैं।
मुख्य मांगें
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भूमि का मालिकाना अधिकार
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मानसून सत्र में राजस्व गांव का प्रस्ताव पारित करना
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पेयजल, सड़क, विकास व निर्माण कार्यों से रोक हटाना
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जल जीवन मिशन योजना शुरू करना
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पंचायत प्रतिनिधियों को पुनः चुनने का अधिकार
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बागजाला समेत नजूल/वन भूमि पर बसे लोगों को मालिकाना हक देना
धरने में ग्रामीणों के साथ विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हुए। स्थानीय महिलाएं और पूर्व सैनिक भी आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं।
धरना-प्रदर्शन कल भी जारी रहेगा।





