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एनआईटी ने उत्तराखंड ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए एमएससी एवं एमटेक पाठ्यक्रमों में डायरेक्ट एंट्री के तहत प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यह अवसर उन विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो सीसीएमएन (CCMN)/सीसीएमटी (CCMT)-2025 की काउंसलिंग प्रक्रिया में किसी कारणवश भाग नहीं ले सके थे या जिनके पास JAM, CUET अथवा GATE स्कोर कार्ड नहीं है.

संस्थान के अनुसार, एमएससी पाठ्यक्रमों में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित विषयों में प्रवेश की सुविधा उपलब्ध है. जबकि एमटेक में सभी प्रमुख इंजीनियरिंग विभागों के अंतर्गत स्व-प्रायोजित (Self-financed) सीटों पर नामांकन किया जा रहा है. इच्छुक अभ्यर्थी संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन की अंतिम तिथि 4 अगस्त 2025 निर्धारित की गई है. संस्थान की अधिष्ठाता (शैक्षणिक) डॉ. जाग्रति सहरिया ने बताया कि वर्तमान में CCMN/CCMT की केंद्रीयकृत काउंसलिंग के साथ-साथ अब डायरेक्ट एंट्री के माध्यम से भी पात्र छात्रों को प्रवेश का मौका दिया जा रहा है. सीसीएमएन/सीसीएमटी के राष्ट्रीय स्पॉट राउंड (NSR) के बाद शेष बची हुई सीटों को भरने के लिए यह प्रक्रिया शुरू की गई है.

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उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसे अभ्यर्थी जिनके पास JAM-2025, CUET या GATE स्कोर नहीं है, वे भी प्रवेश के लिए पात्र माने जाएंगे, बशर्ते वे अन्य न्यूनतम योग्यता मानदंडों को पूरा करते हों. पात्र अभ्यर्थियों की सूची 5 अगस्त 2025 को संस्थान की वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी, जबकि 8 अगस्त 2025 को लिखित प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी. चयनित अभ्यर्थियों को 12 से 14 अगस्त 2025 के बीच संस्थान में रिपोर्ट करना होगा. प्रवेश से संबंधित विस्तृत जानकारी जैसे न्यूनतम योग्यता, शुल्क संरचना, आवश्यक दस्तावेजों की सूची एवं प्रवेश प्रक्रिया से जुड़ी समस्त जानकारी एनआईटी उत्तराखंड की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना विवरणिका (Information Brochure) में दी गई है. छात्रों को सुझाव दिया गया है कि वे आवेदन करने से पूर्व दिशा-निर्देशों को भलीभांति पढ़ लें और सभी दस्तावेजों को तैयार रखें. यह पहल उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो गुणवत्ता युक्त तकनीकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं. लेकिन प्रवेश परीक्षाओं या काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग नहीं ले सके थे. एनआईटी उत्तराखंड की यह पहल उच्च शिक्षा में समावेशिता और लचीलेपन की दिशा में एक सराहनीय कदम है.
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