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देहरादून: केदारनाथ पैदलमार्ग पर सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं, केदारघाटी में भारी बरसात के बाद आपदा जैसे हालात पैदा हो गए थे. जिसके कारण केदारनाथ पैदलमार्ग पर हजारों यात्री फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अभी केदारघाटी से खुशखबरी आई है. केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव लिनचोली से यात्रियों का रेस्क्यू पूरा हो गया है. इसके बाद अब भीमबली और केदारनाथ में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा. भीमबली में भी कम संख्या में यात्री बचे हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया जाएगा.

उत्तराखंड में आपदा से अभी तक 11 लोगों की मौत: बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते जान-माल के साथ अन्य नुकसान हुआ है. आपदा प्रबंधन सचिव के अनुसार अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है. भीमबली और लिनचोली में 300 लोग फंसे हुए थे.

पूरे केदारनाथ धाम के विभिन्न पड़ावों पर 1000 से 1500 लोग फंसे हुए थे. यात्रियों का रेस्क्यू करने के लिए वायुसेना के एमआई-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. विजिबिलिटी कम होने की वजह से एमआई-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे थे, लेकिन सभी बाधाओं को पार करते हुए लिनचोली में सभी यात्रियों का रेस्क्यू सफलता पूर्वक कर लिया गया.

सीएम धामी ने पीएम और सेना का जताया आभार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक्स आकाउंट (ट्विटर) पर कहा कि राज्य के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में भारतीय वायु सेना द्वारा HADR (Humanitarian Assistance and Disaster Relief) ऑपरेशन शुरू करने के लिए पीएम मोदी का आभार है. हमारे जवानों द्वारा युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अभी तक 5000 से अधिक लोगों को सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है.

इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम धामी को फोन किया है. अमित शाह ने ने सीएम धामी से केदारनाथ के हालातों की जानकारी के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेश का अपडेट लिया. साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री ने सीएम धामी को आपदा के इस समय में हर संभव मदद का भरोसा दिया.

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