भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) के भविष्य को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है, लेकिन अभी तक उन्होंने कुछ भी साफ नहीं किया है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हाल ही में वरुण को लेकर बड़ा बयान दिया था और कहा था कि हमारी विचारधारा अलग है. इसके बाद कहा जाने लगा था कि वरुण गांधी के लिए कांग्रेस में एंट्री के रास्ते बंद हो गए हैं. हालांकि, वरुण के लिए अब भी सभी रास्ते बंद नहीं हुए हैं और उनकी अब भी कांग्रेस (Congress) पार्टी में एंट्री हो सकती है.
कांग्रेस में एंट्री के लिए वरुण गांधी के पास बचा आखिरी रास्ता
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भले ही वरुण गांधी (Varun Gandhi) से अलग विचारधारा की बात की हो, लेकिन अब भी उनकी कांग्रेस में एंट्री पार्टी महासचिव और चचेरी बहन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के जरिए हो सकती है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा चुका है कि इसको लेकर दोनों के बीच बातचीत भी चल रही है.
भाई-बहन के बीच राजनीतिक मुद्दों पर होने लगी है बात
वरुण लगातार अपनी ही सरकार के खिलाफ बनाते रहे हैं निशाना
वरुण गांधी (Varun Gandhi) पिछले कुछ सालों से लगातार अपनी ही सरकार के खिलाफ निशाना साधते रहे हैं. वरुण गांधी महंगा, किसानों के मुद्दे और बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर सवाल उठाते रहे हैं. हालांकि, उन्होंने अपने बयानों में कभी भी अपनी पार्टी के किसी नेता पर निशाना नहीं साधा और किसी का नाम नहीं लिया है.
कैसा रहा है वरुण गांधी का राजनीतिक करियर?
वरुण गांधी (Varun Gandhi) के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1999 में हुई थी, जब उन्होंने अपनी मां मेनका गांधी के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार करना शुरू किया. इसके बाद साल 2004 में वरुण गांधी की एंट्री भारतीय जनता पार्टी (BJP) में हुई और 2009 में पहली बार पीलीभीत से लोकसभा चुनाव का टिकट मिला, जहां से उन्होंने जीत दर्ज की. इसके बाद वरुण गांधी साल 2014 और 2019 में भी पीलीभीत से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं.