गर्मी बढ़ने के साथ पेयजल संकट भी गहरा गया है। राजेंद्र नगर में जल संस्थान ने पानी का टैंकर भिजवाया तो लोग खाली बर्तन लेकर टूट पड़े। सामाजिक कार्यकर्ता हेमन्त साहू ने बताया कि राजेन्द्र नगर वार्ड 12 राजपुरा पेयजल संकट गहराया हुआ है।
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गर्मी बढ़ने के साथ पेयजल संकट भी गहरा गया है। शनिवार को राजेंद्र नगर वार्ड नंबर 12 व वारसी कालोनी वार्ड नंबर 14 के लोग घरों में नलों से पानी टपकने का इंतजार करते रह गए। राजेंद्र नगर में जल संस्थान ने पानी का टैंकर भिजवाया तो लोग खाली बर्तन लेकर टूट पड़े। वहीं, वारसी कालोनी के लोगों ने जल संस्थान कार्यालय के बाहर पानी के लिए प्रदर्शन किया। इस क्षेत्र में करीब दो हजार लोग प्रभावित हैं।
प्रदर्शनकानियों ने कहा कि कालोनी में लंबे समय से पेयजल संकट बना हुआ है। कभीकभार ही नलों से पानी आता है। लोगों ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपकर जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की। ऐसा न करने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी।
आज भी रहेगा पेयजल संकट
नैनीताल रोड पर वाक वे माल के समीप देवखड़ी नाले की सफाई एवं पुनर्निर्माण कार्य के अंतर्गत जल संस्थान की मुख्य एवं वितरण पाइप लाइनों को शिफ्ट किए जाने के कार्य जल संस्थान ने शुरू कर दिया। ऐसे में शनिवार को शीशमहल ट्रीटमेंट प्लांट से जाने वाली पेयजल लाइनों से आपूर्ति बाधित रही। इस कारण नैनीताल रोड के शीशमहल, डिग्री कालेज, नबावी रोड, बद्रीपुरा, मल्ला गोरखपुर, बाजार क्षेत्र, रामपुर रोड, कालाढूंगी रोड, बरेली रोड, राजपुरा, रेलवे बाजार क्षेत्र में 15 हजार से अधिक की आबादी पानी के लिए परेशान रही।
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता आरएस लोशाली ने बताया कि पेयजल लाइनों का शिफ्टिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। 18 जून को भी पेयजल आपूर्ति बाधित रहेगी। 18 की रात्रि या 19 की सुबह से पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। पेयजल से प्रभावित क्षेत्रों में मांग के अनुरूप टैंकर भेजे जा रहे हैं। टैंकरों की संख्या के साथ उनके चक्कर भी बढ़ा दिए गए हैं। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है।
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ग्रामीणों ने किया विरोध तो पेयजल योजना को 4.83 करोड़ का भेजा प्रस्ताव
जल जीवन मिशन के तहत अब पानपुर, धुनि और खेमपुर गांव के लिए जल संस्थान ने ग्रामीणों के विरोध के बाद 4.83 करोड की योजना बनाई है। योजना के तहत विभाग ने सर्वे कर प्रस्ताव शासन में भेज दिया है। अब शासन को प्रस्ताव की स्वीकृति का इंतजार है। पानपुर गांव में आए दिन पेयजल की किल्लत बनी रहती है। इसे दूर करने के लिए जल संस्थान ने जल जीवन मिशन के तहत पूर्व में 78 लाख की योजना बनाई थी। योजना के तहत ओवरहेड टैंक बनाने के साथ पेयजल लाइन बिछानी थी।
जल संस्थान ने कार्य के लिए बीते माह टेंडर कर ठेकेदार को कार्य करने की अनुमति भी दे दी। जब ठेकेदार ने निर्धारित स्थान पर कार्य शुरू किया तो धुनि व खेमपुर के ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि पानपुर गांव की पेयजल योजना से गांव तक पानी नहीं पहुंचेगा। इस योजना का क्या फायदा, जब ग्रामीणों को पानी ही नहीं मिलेगा। ग्रामीणों के विरोध के बाद जल संस्थान ने कार्य वहीं रुकवा दिया।
ग्रामीणों ने तीन गांवों के लिए पेयजल योजना बनाने की बात कही, जिसके बाद जल संस्थान ने तीनों गांवों में पेयजल पहुंचाने के लिए नई पेयजल योजना का सर्वे कराया। जल संस्थान ने धुनि नंबर दो नाम से तीन गांवों के लिए 4.83 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन में भेज दिया। योजना से तीनों गांव में भरपूर पानी मिलेगा।
पानपुर गांव में पेयजल योजना के तहत काम शुरू कर दिया गया था, मगर ग्रामीणों ने योजना का विरोध किया, जिसके बाद तीन गांवों के लिए संयुक्त रूप से फिर से सर्वे कर 4.83 करोड़ की योजना बनाकर शासन को भेजा गया है।
– आरके श्रीवास्तव, सहायक अभियंता, जल जीवन मिशन, हल्द्वानी
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