उत्तराखंड समेत देशभर में लव जिहाद के मामलों पर बहस के बीच मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर में लिव-इन और फिर निकाह के बाद प्रताड़ना झेल रही 22 वर्षीय हिंदू युवती शैलू ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली परिजनों का आरोप है कि शैलू को मोनू और उसका परिवार मंदिर जाने नहीं देते थे, घर से निकलते वक्त बुर्का पहनना जरूरी कर दिया था, साथ ही नमाज और कुरान पढ़ने का दबाव बनाया जा रहा था।
घटना के बाद शहर में विश्व हिंदू परिषद समेत कई हिंदूवादी संगठन सड़कों पर उतर आए और थाने का घेराव करते हुए आरोपी के खिलाफ ‘लव जिहाद’ धाराओं में केस दर्ज करने तथा मकान तोड़ने की मांग शुरू की. भारी प्रदर्शन, भाजपा विधायक और हिंदू संगठनों की मांग पर प्रशासन ने आरोपी मोनू के गुलाब नगर वाला मकान जेसीबी से ध्वस्त करवा दिया। पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने भरोसा दिलाया कि मामले में दो एफआईआर दर्ज हो रही हैं और सभी पहलुओं की जांच के बाद सख्त कार्रवाई होगी।
परिजनों ने खुले आरोप लगाए कि शैलू को जबरन मुस्लिम धार्मिक रीति-रिवाज अपनाने, बुर्का पहनने और नमाज पढ़ने के लिए दवाब बनाया जा रहा था
इसी कारण से वह मानसिक प्रताड़ना झेल रही थी, जिसकी परिणति उसकी आत्महत्या से जुड़ी बताई गई, स्थानीय नेताओं और संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि कार्रवाई कड़ी नहीं होती, तो आगे आंदोलन तेज होगा, शहर की दुकानें बंद होंगी
मुद्दे और प्रतिक्रियाएँलव जिहाद और धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर तगड़ा विरोध प्रशासन का बुलडोजर एक्शन हिंदू संगठनों की मांगों के बाद हुआ।
परिवार ने घटना को हत्या बताकर सीबीआई जैसी गंभीर जांच की मांग रखी क्षेत्र में तनाव, बंद का आह्वान और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग।





