खबर शेयर करें -

उरई। ममेरे भाई-बहन ने ट्रेन से कट कर जान दे दी। दोनों के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाह रहे थे। परिवार वालों को पता चला तो उन्हें समझा कर ऐसा करने से रोका था।

शादी में अड़चन आती देख दोनों ने गुरुवार तड़के उरई-कानपुर रेलवे ट्रैक पर एक दूसरे का हाथ पकड़ कर ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कोतवाली कालपी के ग्राम बरदौली निवासी बृजलाल अहिरवार की ससुराल कोंच क्षेत्र के ग्राम हिंगुटा में थी। इस कारण उसके 22 वर्षीय पुत्र मनीष का अपने मामा के यहां आना जाना लगा रहता था। इसी दौरान मनीष का चचेरे मामा की बेटी 19 वर्षीय दीक्षा गौतम से मेलजोल बढ़ गया। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं।

वहीं दीक्षा बाद में उरई के मुहल्ला सुशील नगर में रहकर भदौरिया क्लासेस में कोचिंग करने लगी थी तो मनीष का यहां आना जाना हो गया था। दोनों का प्रेम इस कदर परवान चढ़ा कि वह दोनों शादी करने को राजी थे।

बुधवार की रात को मनीष दीक्षा को अपने साथ रहने के लिए बरदौली ले गया था। जहां पर उसके पिता बृजलाल के साथ अन्य परिजनों ने उसे समझाया कि यह गलत है और उनकी सामाजिक इज्जत खराब होगी। क्योंकि दीक्षा रिश्ते में उसकी ममेरी बहन भी लगती है।

इसे भी पढ़ें-गोरखपुर में झमाझम बारिश से हुई दिन की शुरूआत, उमस भरी गर्मी से मिली राहत

इसके बाद भी मनीष किसी बात को मानने को तैयार नहीं था। इस कारण बृजलाल के साथ अन्य परिजनों ने मनीष व दीक्षा को घर में नहीं घुसने दिया। दोनों इससे परेशान हो गए और उन्हें खुदकुशी के अलावा कोई रास्ता नहीं सूझा। इसके बाद दोनों घर से पैदल ही छौंक रेलवे लाइन के पास आ गए।

उन्होंने गुरुवार सुबह चार बजे निकलने वाली पुष्पक ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। ग्रामीणों ने ट्रैक पर युवक-युवती केक्षत विक्षत शव देखकर पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने शव की शिनाख्त कराकर उनके परिजनों को जानकारी दी। कालपी कोतवाली प्रभारी नागेंद्र पाठक ने बताया कि दोनों के प्रेम प्रसंग की बात सामने आई है।