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मुजफ्फरनगर। प्रेम विवाह के सात महीने बाद ही युवक ने पत्नी की हत्या कर दी और उसके शरीर के कई टुकड़े कर बोरे में भरकर काली नदी में फेंक दिया। सात दिन से जलकुंभी में अटके बोरे को आगे बहाने गए पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

वारदात में शामिल उसका दोस्त भाग निकला।

गुरुवार को पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि बुधवार रात एक सूचना पर कोतवाली प्रभारी अक्षय शर्मा ने टीम के साथ काली नदी से अरबाज पुत्र इस्लाम निवासी न्याजुपुरा को गिरफ्तार किया। उस समय अरबाज काली नदी में जलकुंभी में फंसे बोरे को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा था। पुलिस ने बोरा बाहर निकाला तो उसमें महिला का शव था, जो टुकड़ों में बंटा था।

सात महीने पहले की थी शादी

पूछताछ में अरबाज ने बताया कि सात महीने पहले घरवालों को बताए बिना उसने चाहत मलिक निवासी कोटद्वार उत्तराखंड से प्रेम विवाह किया था। वह चाहत को मकान बदल-बदलकर अपने साथ रखता था। बताया कि चाहत बहुत खर्चा करती थी। उसके खर्चे रोज बढ़ते ही जा रहे थे। इसको लेकर उसका चाहत से आए दिन झगड़ा होता था। उसने यह बात अपने दोस्त शाहरुख निवासी जोगियो वाली गली न्याजुपुरा से बताई।

दोनों ने बनाई हत्‍या की योजना

दोनों ने चाहत से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई। सात दिन पहले नई बस्ती न्याजुपुरा में किराए पर लिए कमरे पर छुरे से चाहत की गर्दन काटकर हत्या कर दी। फिर चाहत का सिर व हाथ के पंजे काटकर शव को बोरे में भरा और काली नदी में फेंक दिया।

पुल‍िस ने गि‍रफ्तार कर भेजा जेल

बुधवार रात जब वह और शाहरुख काली नदी पर पहुंचे तो शव वाला बोरा जलकुंभी में फंसा था। जब अरबाज बोरे को नदी में बहाने का प्रयास कर रहा था तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया। गुरुवार को कोर्ट में पेश करने के बाद अरबाज को जेल भेज दिया गया। शाहरुख की तलाश की जा रही है।

पुलिस पूछताछ में अरबाज ने बताया कि चाहत मलिक कोटद्वार की रहने वाली थी। चाहत के माता-पिता नहीं हैं। हालांकि, पुलिस उसकी बात पर विश्वास नहीं कर रही है, क्योंकि आरोपी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि चाहत, कोटद्वार में कहां की रहने वाली थी। सीओ सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि इस बारे में जांच की जा रही है।