उत्तराखंड, नैनीताल
मल्लीताल स्थित डीएसए मैदान में लगे भगवा झंडे को लेकर यू-ट्यूब पर वीडियो डालने के मामले में हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद यू-ट्यूबर स्मृति नेगी का आरोप है कि उन्हें फेसबुक व यूट्यूब के माध्यम से धमकियां दी जा रहीं हैं। उनका कहना है कि पुलिस में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
15 फरवरी को कोटद्वार निवासी स्मृति नेगी ने मल्लीताल डीएसए मैदान में लगे भगवे झंडे को लेकर एक वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर डाला था। कई हिंदूवादी संगठनों ने इस वीडियो का विरोध करते हुए मल्लीताल कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर यूट्यूबर को नोटिस भी जारी कर दिए। मंगलवार को हाईकोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ जांच पर रोक लगा दी थी।
बुधवार को श्वाति नेगी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने किसी धर्म का अपमान नहीं किया है। उन्होंने अपने विचार रखे थे। तभी से सोशल मीडिया पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। स्मृति ने पुलिस पर भी उसे मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। कोतवाल धर्मवीर सोलंकी का कहना है कि मामले में कोर्ट के आदेश पर काउंटर दाखिल किया जाएगा।