बंबिहा गिरोह
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पंजाब पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एसएएस नगर के गांव छत्त से उत्तराखंड के माइनिंग व्यापारी की हत्या करने वाले 2 हमलावरों समेत दविन्दर बंबीहा गैंग के 4 शूटरों को गिरफ्तार किया है.

यह ऑपरेशन एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ), काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) पंजाब, जिला पुलिस उधम सिंह नगर उत्तराखंड, स्पेशल सेल दिल्ली और जिला पुलिस एसएएस नगर द्वारा साझे तौर पर किया गया था. पकड़े गए आरोपियों की पहचान साधु सिंह, जगदीश सिंह उर्फ दीशा, मनप्रीत सिंह उर्फ मनी उर्फ चूची, जसप्रीत सिंह उर्फ लौकरूप में हुई है. ये सभी मानसा जिले के रहने वाले हैं. आपको बता दें कि 13 अक्टूबर को काशीपुर के कुंडेश्वरी गांव में माइनिंग व्यापारी महल सिंह (70) की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
बंबिहा गिरोह

डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने बताया कि पुलिस टीमों ने आरोपियों से एक .30 बोर पिस्तौल समेत 2 मैगजीन और सात जिंदा कारतूस, 9 एमएम पिस्तौल समेत एक मैगजीन, तुर्की की बनी 9 एमएम मशीन-पिस्टल समेत 31 कारतूसों की क्षमता वाले तीन मैगजीन और 19 जिंदा कारतूस के अलावा 1 अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की है. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि साधु सिंह और मनप्रीत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला और सुखदूल सिंह उर्फ सुखा दुन्नेके के निर्देशों पर माइनिंग व्यापारी महल सिंह का कत्ल किया था.

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जबकि गिरफ्तार किए गए अन्य 2 आरोपियों ने उनको हथियार, लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान करने के साथ-साथ मृतक के घर की रेकी भी की थी. पंजाब डीजीपी ने कहा कि पकड़े गए आरोपी पंजाब समेत अन्य पड़ोसी राज्यों में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे, जिस संबंध में जांच जारी है. गौरतलब है कि इस संबंध में जिला एसएएस नगर में भारतीय दंड संहिता की धारा 392, 384, 473, 120 बी और आर्म्स एक्ट की धाराओं 25 (7) और (8) के अंतर्गत एफआईआर दर्ज है.

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