कोटद्वार में फार्मा फैक्ट्री में नकली दवा बनाने वाले संचालक और स्पालयर को तेलंगाना पुलिस व ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. फैक्टी में लाखों रुपए की पशुओं की नकली दवा भी बरामद की गई है. इस फैक्टी में धड़ल्ले से नकली दवाइयां बनाई जा रही थी.
उत्तराखंड के कोटद्वार में एक फार्मा कंपनी में नकली दवाइयों के मामले में तेलंगाना पुलिस और ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने छापेमारी की. मामले में टीम ने फार्मा कंपनी (फैक्ट्री) के मालिक समेत एक सप्लायर को गिरफ्तार किया है. इस फैक्ट्री में जानवरों के लिए कैल्शियम की नकली दवा बनाई जा रही थी. साथ ही इंसानों के लिए भी नकली एंटीबायोटिक दवा भी तैयार की जाती थी.
दरअसल, तेलंगाना में हाल ही में एक एंटीबायोटिक दवा की बड़ी खेप पकड़ी गई थी. जिसके बाद हैदराबाद के मलकपेट थाने में इस मामले में आईपीसी की धारा 420, 274, 275 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. मुकदमा दर्ज होने के बाद 28 फरवरी को तेलंगाना पुलिस की विजिलेंस और ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम कोटद्वार पहुंची. जहां आज यानी 29 फरवरी को टीम ने कोटद्वार और कलालघाटी चौकी पुलिस के साथ मिलकर कोटद्वार के सिडकुल सिगड्डी स्थित दवा फैक्ट्री में छापेमारी की.
वहीं, छापेमारी के दौरान दवा फैक्ट्री में लाखों रुपए की पशुओं की नकली दवाई बरामद किया गया. जिसके बाद फैक्ट्री मालिक फैक्ट्री मालिक विदेश चौहान निवासी बिजनौर (यूपी) और सचिन कुमार निवासी रुड़की को गिरफ्तार कर लिया गया. तेलंगाना के आए ड्रग इंस्पेक्टर जे किरन कुमार ने बताया कि इस दवा कंपनी के खिलाफ हैदराबाद में नकली दवाइयां भेजने का मुकदमा दर्ज है. ड्रग विभाग की टीम ने इस फैक्ट्री से बरामद नकली दवाइयों को जब्त कर लिया है.
बता दें कि साल 2021 कोरोना काल में भी इस कंपनी का नाम नकली इंजेक्शन बनाने और बेचने के मामले में भी सामने आया था. इसके बाद क्राइम ब्रांच दिल्ली ने जांच की थी. तब जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला था. अब तेलंगाना पुलिस और ड्रग विभाग की छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है. फिलहाल, तेलंगाना से आई टीम दोनों आरोपियों को रिमांड पर अपने साथ ले गई है.