उत्तराखंड,
केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने बताया कि उत्तराखंड के उधम सिंह नगर नैनीताल और उत्तर प्रदेश के रामपुर आदि जनपदों से प्रतिदिन पंजाबी सिख समाज एवं अन्य श्रद्धालु हजारों की संख्या में श्री हरमंदिर अमृतसर एवं डेरा व्यास व वैष्णो देवी के लिए आवागमन करते हैं। परंतु हल्द्वानी काठगोदाम से अमृतसर के लिए रेल सेवा न होने के कारण इन लोगों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। श्री भट्ट ने बताया कि उत्तराखंड एक सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है यहां पर हर घर हर परिवार से एक न एक सदस्य सेना में कार्यरत है। सैनिकों का अटारी बॉर्डर, बागा बॉर्डर तथा जम्मू कश्मीर के लिए निरंतर आना जाना लगा रहता है।
श्री भट्ट ने कहा कि स्थानीय जनता द्वारा भी लंबे समय से काठगोदाम से अमृतसर ट्रेन चलाने के लिए बार-बार अनुरोध किया गया है। जो नितांत आवश्यक भी है केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने रेल मंत्री से कहा कि काठगोदाम से अमृतसर ट्रेन का संचालन हो जाए तो यहां के लोगों को काफी सुविधा के साथ-साथ अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों को भी विश्वविख्यात नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब आने में आसानी होगी।
श्री भट्ट ने कहा कि उन्होंने रेल मंत्री से नैनीताल के काठगोदाम रेलवे स्टेशन से अमृतसर तक ट्रेन संचालित किए जाने का आग्रह किया है।
श्री भट्ट ने मंत्री जी को इस पत्र का महत्व बताते हुए अवगत कराया कि उत्तराखंड के तराई क्षेत्र में बड़ी संख्या में सिख धर्म के अनुयायी होने के कारण ही उन्होंने संसद में भी इस मामले को उठाया था जिस पर रेल मंत्री जी श्री अश्वनी वैष्णव जी ने तुरंत अधिकारियों को बुलाकर शीघ्र नई ट्रेन काठगोदाम से अमृतसर तक लगाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
श्री भट्ट ने आशा जताई की भविष्य में अतिशीघ्र काठगोदाम अमृतसर ट्रेन प्रारंभ हो जायेगी