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कोटाबाग की चार ग्राम पंचायतों के 15 तोक में रहने वाले करीब 12 हजार लोगों को सप्लाई किए जा रहे पानी के टैंक में 14 बंदर मरे मिले। इससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति आक्रोश है।

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कोटाबाग की चार ग्राम पंचायतों के 15 तोक में रहने वाले करीब 12 हजार लोगों को सप्लाई किए जा रहे पानी के टैंक में 14 बंदर मरे मिले। इससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति आक्रोश है।  हालांकि पता चलते ही पानी निकालकर टैंक की सफाई करा दी गई। इधर, प्रशासन ने मामले में जांच बैठा दी है।

जानकारी के अनुसार, बजूनियाहल्दू पेयजल योजना से बजुनियाहल्दू, मूसाबंगर, पतलिया आदि गांवों की 12 हजार की आबादी को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। यहां बोर नदी से पानी आता है। इस फिल्टर प्लांट में बंदर डूबकर मर गए। घरों में बदबूदार पानी आने पर ग्रामीणों ने फिल्टर प्लांट में जाकर देखा तो वहां 14 बंदर टैंक में डूबे हुए थे। ग्रामीणों ने जलसंस्थान के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मरे हुए बंदरों को टैंक से निकाला। उसके बाद पानी निकालकर टैंक की सफाई कराई। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना दो दिन पहले की है।

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कोटाबाग के जल संस्थान के सहायक अभियंता रमाशंकर विश्वकर्मा का कहना है कि यह मामला जानकारी में नहीं है। बजूनियाहल्दू पेयजल योजना का कार्य इस समय जल निगम देख रहा है, इसलिए पेयजल योजना की जिम्मेदारी जल निगम की है। जल निगम भीमताल के अधिशासी अभियंता जेएस तोमर ने कहा कि संबंधित कार्य क्षेत्र उनका नहीं है। जल निगम के सहायक अभियंता जेसी जोशी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी है। इधर, वन विभाग के कालाढूंगी रेंज के रेंजर मुकेश जोशी ने बताया कि पंचनामा भरकर बंदरों के शव दफना दिए गए हैं। वन विभाग अपने स्तर से मामले की जांच भी कराएगा।

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डाॅक्टर की सलाह किसी को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो तो चिकित्सक से परामर्श लें

संबंधित ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होती है तो वह तत्काल चिकित्सक से परामर्श ले सकते हैं। साथ ही सभी लोग उबालकर पानी का उपयोग करें। अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। – डॉ. ऐश्वर्या कांडपाल, प्रभारी चिकित्साधिकारी, कोटाबाग।

जनप्रतिनिधि बोले -टैंक की सफाई सफाई करा दी गई

जो टैंक बनाया गया है, उसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है। इसके कारण वह खुला हुआ था जिसमें बंदर गिर गए थे। सूचना मिलते ही टैंक की अच्छी तरह सफाई कराकर उसे सुखाया गया। जल निगम के अधिकारियों को इस पर तत्काल जाल लगाकर बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा क्षेत्र में एक नलकूप खराब है, उसे ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।

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-बंशीधर भगत, विधायक कालाढूंगी।

 

मामले की जांच कराई जा रही : भट्ट

मामला बेहद गंभीर है। यह बहुत बड़ी लापरवाही है जबकि मेंटेनेंस से साफ-सफाई समेत अन्य चीजों के नियम तय होते हैं। अधिकारियों को इसे देखना चाहिए। इस मामले में जिलाधिकारी से बात की गई है। डीएम ने बताया कि मामले में जांच कराई जा रही है, रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।

-अजय भट्ट, केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री।

जिला योजना की बैठक में उठा मुद्दा

जिला योजना की बैठक में संबंधित मामला उठा। ब्लाक प्रमुख रवि कन्याल ने जिला प्रभारी मंत्री रेखा आर्या के सम्मुख विषय को रखा। ब्लाक प्रमुख कन्याल ने बताया कि बैठक में संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद नहीं थे। इसके बाद जिला प्रभारी मंत्री ने डीएम से मामले की कार्रवाई का निर्देश दिया।