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उत्तरकाशी: उत्तराखंड में कुदरत हमेशा कहर बरपाती है. इसी बीच मोरी ब्लॉक अंतर्गत आने वाले धारा गांव के जंगल में वज्रपात होने से 43 भेड़-बकरियों की मौत हो गई है. जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के निर्देशानुसार प्रशासन की टीम मौके पहुंची और नुकसान का जायजा लिया. इसी दौरान प्रभावित भेड़पालकों 1,72000 रुपए की धनराशि वितरित की गई.

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वज्रपात होने से भेड़-बकरियों की मौत: तहसील मोरी के अंतर्गत धारा गांव के निकटवर्ती बायलुड़ी तोक के जंगल में बीते शाम करीब 6 बजे अचानक वज्रपात हुआ, जिससे धारा, जखोल और फिताड़ी गांव के भेड़पालकों की भेड़-बकरियों की मौत हो गई. घटना के संबंध में प्रशासन को सूचना दी गई. वहीं, सूचना मिलने के बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट प्रशासन को दी.

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पीड़ितों को बांटी गई राहत राशि: तहसीलदार मोरी जबर सिंह असवाल ने बताया कि इस घटना में धारा गांव के पांच, जखोल के पांच और फिताड़ी गांव के दो भेड़पालकों की कुल 24 बकरी, 16 भेड़ और 3 मैमनों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि निर्धारित मानकों के अनुसार प्रति मृत पशु चार हजार रुपए की दर से कुल 1, 72000 रुपए की सहायता राशि प्रभावित लोगों को वितरित कर दी गई है.

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