खबर शेयर करें -

ग्राम पंचायत बेड़गांव में नेपाली मूल के व्यक्ति के वार्ड मेंबर बनने का मामला सामने आया है. मामले की जानकारी ग्राम प्रधान ने पौड़ी डीएम को दी थी. जिसके बाद जांच में खुलासा हुआ है. नेपाली मूल के इस व्यक्ति की जाति प्रमाण पत्र तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है. उसकी वार्ड मेंबर पद की सदस्यता निरस्त करने की कार्रवाई चल रही है.

पौड़ी में एक विदेशी मूल का व्यक्ति ग्राम पंचायत में अनुसूचित जाति आरक्षित सीट से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वार्ड मेंबर (ग्राम पंचायत सदस्य) निर्वाचित हुआ है. ग्राम प्रधान की शिकायत के बाद नायब तहसीलदार पौड़ी की जांच में वार्ड मेंबर के नेपाली मूल के होने और अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र गलत पाया गया है. तहसीलदार पौड़ी ने जांच के बाद नेपाली मूल के व्यक्ति का जाति प्रमाण पत्र तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है. अब पंचायतीराज विभाग ने एसडीएम सदर से विदेशी मूल के व्यक्ति की वार्ड मेंबर पद की सदस्यता निरस्त किए जाने की संस्तुति की है.

यह भी पढ़ें -  दिल्ली-मुंबई जाने वालों के लिए गुड न्यूज, लालकुंआ से इस दिन शुरू होगी एक और ट्रेन

ये है पूरा मामला:

विकासखंड कल्जीखाल के ग्राम पंचायत बेड़गांव के ग्राम प्रधान प्रमोद रावत (वर्तमान में निलंबित) ने अक्टूबर 2021 में तत्कालीन जिलाधिकारी पौड़ी को एक शिकायती पत्र सौंपा था. पत्र में उन्होंने ग्राम पंचायत के एक वार्ड मेंबर के नेपाली मूल के होने की शिकायत की थी. मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद अप्रैल 2023 में प्रधान रावत ने डीएम पौड़ी डॉ. आशीष चौहान से कार्रवाई की मांग की. डीएम डॉ. चौहान ने मामले की जांच तहसीलदार पौड़ी को सौंप आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मामले की जांच नायब तहसीलदार पौड़ी ने की.

2021 में बनाया SC सर्टिफिकेट: 

नायब तहसीलदार पौड़ी की जांच में पाया गया कि बेड़गांव में 1950-60 के दशक में नेपाली मूल का एक व्यक्ति वीर बहादुर आया था. जिसे 1977 में एक आवासीय परियोजना के लिए भूमि का पट्टा आवंटित हुआ था. उक्त नेपाली मूल के व्यक्ति ने तहसील सतपुली के एक गांव की एक युवती से विवाह कर लिया. जिसके बाद से उक्त नेपाली मूल के व्यक्ति और परिवार के सदस्यों का नाम परिवार रजिस्टर में दर्ज हो गया था. वह तब से निरंतर सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहा है. नेपाली मूल के व्यक्ति ने बेटे चंद्रमोहन का वर्ष 2012 में अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनाया था. वर्ष 2019 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उक्त नेपाली मूल के व्यक्ति का बेटा चंद्रमोहन बेड़गांव पंचायत में अनुसूचित जाति आरक्षित सीट से निर्विरोध वार्ड मेंबर बन गया था.

यह भी पढ़ें -  इन राशियों के लिए बड़ी खुशखबरी, आर्थिक तंगी से मिलेगी राहत, भाग्य देगा साथ और सूर्य की होगी कृपा

प्रमाणपत्र में नहीं थी इबटसन बंदोबस्त की नकल: 

नायब तहसीलदार पौड़ी हरेंद्र खत्री ने बताया कि अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने के लिए इबटसन बंदोबस्त के नकल की आवश्यक होती है. लेकिन उक्त वार्ड मेंबर के जाति प्रमाण पत्र की जांच में वह आवश्यक दस्तावेज नहीं पाया गया. साथ ही व्यक्ति के नेपाली मूल के होने की पुष्टि भी हुई है. इसके बाद तत्काल प्रभाव से उक्त वार्ड मेंबर का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है.

पंचायजीराज विभाग से सदस्यता निरस्त किए जाने की मांग:

यह भी पढ़ें -  मदरसा बोर्ड भंग करने की सिफारिश, उत्तराखंड में बढ़ी हलचल, बाल आयोग अध्यक्ष ने दिया बड़ा बयान

डीपीआरओ पौड़ी जितेंद्र कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत बेड़गांव के वार्ड मेंबर चंद्रमोहन का जाति प्रमाण पत्र जांच में गलत पाए जाने के बाद निरस्त हो गया है. साथ ही वार्ड मेंबर का नेपाली मूल के होने की पुष्टि भी हो चुकी है. पंचायजीराज विभाग ने एसडीएम सदर से उक्त वार्ड मेंबर की सदस्यता निरस्त किए जाने की संस्तुति की है.

अन्य प्रमाण पत्रों की जांच की मांग:

बेड़गांव ग्राम प्रधान प्रमोद रावत ने जिला प्रशासन से मांग है कि प्रत्येक ग्राम पंचायतों में नेपाली मूल के व्यक्तियों या अन्य अपात्रों की जांच की जाए. ग्रांम पंचायत बेड़गांव में नेपाली मूल के वार्ड मेंबर और परिजनों का नाम समस्त सरकारी अभिलेखों में दर्ज है. इसके द्वारा निरंतर सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जा रहा है. उक्त नेपाली मूल के वार्ड मेंबर के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किए जाने के साथ ही उसे आवंटित आवासीय भूमि का पट्टा भी निरस्त किया जाए.

You missed