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कानपुर

प्रेम संबंधों में बाधा बने पति को रास्ते से हटाने के लिए एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ऐसी साजिश रची जिसे सुनकर सभी हैरान हैं. कानपुर में एक पत्नी ने पति को रास्ते से हटाने के लिए पहले तो उसकी हत्या करवाने का प्रयास किया. वो अपने इस नापाक इरादों में कामयाब भी हो गई थी, लेकिन अस्पताल में अच्छा इलाज मिलने से वह बच गया. लेकिन इसके बाद पत्नी ने उसे दवाईयों के नाम पर जहर देना शुरू कर दिया. जिससे पति की लीवर और किडनी फेल हो गई और उसकी मौत हो गई. लेकिन कानून के शिकंजे से वो भी नहीं बच सकी, पुलिस ने सपना के प्रेमी और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

कल्याणपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले ऋषभ त्रिपाठी की पत्नी सपना के प्रेम संबंध राजकपूर गुप्ता से थे. ऋषभ को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने अपनी पत्नी को समझाने का प्रयास किया. जिसके बाद प्रेम में बाधा बनते देख सपना ने अपने प्रेमी राजकपूर के साथ मिलकर अपने पति ऋषभ की हत्या करने का प्लान बना डाला. 27 नवंबर को ऋषभ अपने दोस्त के साथ शादी समारोह में चकरपुर गांव गए थे. वापस लौटते समय अज्ञात लोगों ने ऋषभ पर जानलेवा हमला कर दिया. गंभीर रूप से घायल ऋषभ को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत में सुधार होने पर उसको अस्पताल से घर ले आया गया. लेकिन प्यार में अंधी हो चुकी सपना ने एक बार फिर से प्लानिंग बनाकर दवाइयों के नाम पर ऋषभ को केमिकल व गलत दवाएं खिलाने लगी, जिससे ऋषभ का लंग्स वा लीवर दगा दे गया और 3 दिसंबर को उसकी मौत हो गई.

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ऐसे खुला पूरा राज
पुलिस उपयुक्त विजय ढुल ने बताया कि सचेंडी थाना क्षेत्र अंतरगत 27 नवंबर को एक ऋषभ त्रिपाठी नमक युवक पर हमला हुआ था. जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया था. लेकिन घर में उनकी एक बार फिर तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में उनकी मौत हो गई. इस प्रकरण में मृतक के परिजनों द्वारा उनके पडोसी राम कृष्ण विश्वकर्मा, जिनके साथ इनका पुराना विवाद था, उसे नामजद करते हुए एक शिकायत दी गई थी. जिस पर थाना सचेंडी में सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू की गई. विवेचना में पाया गया जिसके खिलाफ नामजद तहरीर दी गई थी उसकी संलिप्तता नहीं है.

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जांच और सर्विलांस के दौरान एक बात सामने आई कि मृतक की पत्नी और उसका एक दोस्त राजकपूर गुप्ता के बीच घनिष्ठ संबंध थे और दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची थी. प्लान के मुताबिक राजकपूर ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर 27 नवंबर को रिषभः पर जानलेवा हमला किया गया. लेकिन इलाज के बाद वह बच गया. घर आने पर पत्नी सपना ने पास के ही एक मेडिकल स्टोर संचालक सुरेंद्र यादव से मिलकर एक साजिश रची. सपना ने सुरेंद्र से ऐसी दवा या इंजेक्शन देने की बात कही जिससे ऋषभ के ऑरगन्स फेल हो जाये. जिसके बाद ऋषभ को ऐसी दवाएं दी गई जिससे संभवतः उसके ऑर्गन्स फेल हो गए. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है. लिहाजा विसरा को प्रिजर्व किया गया है. पुलिस ने सपना, राजकपूर और सत्येंद्र विश्वकर्मा और सुरेंद्र यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.