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टांडा जंगल में सड़ी गली हालत में गत 25 अगस्त को मिली युवक की लाश मुक्तेश्वर के यशवंत की निकली।

टांडा जंगल में सड़ी गली हालत में गत 25 अगस्त को मिली युवक की लाश मुक्तेश्वर के यशवंत की निकली। लाश की पहचान करने के बाद मृतक के भाई ने यशवंत के तीन साथियों पर हत्याकर शव टांडा जंगल में फेंकने का आरोप लगाया।

बीते शुक्रवार सुबह पंतनगर थाना पुलिस को टांडा जंगल में एक लाश मिली थी। उसके शरीर पर चोट के निशान थे। पुलिस ने उसकी शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। सोमवार को ग्राम सतबूंगा मुक्तेश्वर नैनीताल निवासी कमल सिंह गौड़ पंतनगर थाने पहुंचे और मृतक की पहचान भाई यशवंत गौड़ पुत्र हरक सिंह के रूप में की। कमल ने बताया कि उसका भाई मुक्तेश्वर में मैकेनिक था। 17 अगस्त को यशवंत अपने दोस्त ग्राम लेडीबूंगा मुक्तेश्वर के गौरव बिष्ट व संजू बिष्ट पुत्र हेमंत सिंह बिष्ट और गांव के मुदित हर्ष गौड़ पुत्र हरीश गौड़ के साथ कार का काम कराने हल्द्वानी गया था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सीओ अनुषा बडोला ने बताया कि युवक की हत्या कर शव टांडा जंगल में फेंकने की पुष्टि हो गई है। भाई की तहरीर पर पंतनगर थाने में आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पता चला है कि यशवंत के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी खोजबीन की, इस दौरान रेलवे स्टेशन हल्द्वानी के पास राजू टायर वाले ने उनको बताया कि यशवंत के साथ गौरव बिष्ट (फौजी) ने मारपीट की थी। इसकी सूचना उसने थाना वनभूलपुरा में भी दी, मृतक के भाई कमल के अनुसार यशवंत की हत्या कर उसका शव टांडा के जंगल में फेंक दिया, उन्होंने उसकी फोटो, टैटू और कपड़े देखकर पहचान की। पंतनगर थानाध्यक्ष राजेंद्र सिंह डांगी के अनुसार तीन युवकों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम में रवाना हो गई है।

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