अब्दुल मलिक को पुलिस ने 24 फरवरी को रिमांड पर लिया था, तब से वह पुलिस अभिरक्षा में था। उससे बनभूलपुरा कांड से जुड़े तमाम सवाल पूछे गए। शनिवार को उसकी रिमांड खत्म हो गई।
इसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
आठ फरवरी को बनभूलपुरा में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने पर बवाल हो गया था। पुलिस ने इस पूरे उपद्रव का मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक को माना है। मलिक के फरार होने के बाद उसके घर की कुर्की हुई। इससे पहले लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी किया गया था।
दिल्ली से हुआ था गिरफ्तार
23 मार्च को पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया था और 24 को रिमांड पर लिया था। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा का कहना है कि शनिवार को मलिक की रिमांड पूरी हो गई। उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
अब मोईद को रिमांड पर ले सकती है पुलिस
एसएसपी का कहना है कि मलिक व उसके बेटे के विरुद्ध पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं। वह अपने बचाव की कितनी भी कोशिश कर ले, मगर बच नहीं सकते। उनका कहना है कि अब्दुल मोईद को भी पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जा सकता है।