गोपेश्वर में हुई आभूषण चोरी की गुत्थी को चमोली पुलिस ने सुलझा दी है. ऑनलाइन गेमिंग व ट्रेडिग की लत ने तीन बच्चों को चोर बना दिया. पैसे हारने पर नाबालिगों ने अपने ही घर में चोरी की योजना बनाई.
ऑनलाइन गेमिंग की लत ने बच्चों को बनाया चोर
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 31 अक्टूबर को गोपेश्वर निवासी महिला ने मामले को लेकर तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि 30 अक्टूबर को वह अपनी बेटी से मिलना के लिए देहरादून आई थी. इस दौरान उनके किरायदार ने उन्हें फ़ोन पर सूचना दी कि उनके घर के दरवाजे का ताला टूटा हुआ है.
आनन-फानन में महिला देहरादून से गोपेश्वर पहुंची. महिला ने पाया कि घर के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ है और उनकी सास के कमरे में बने स्टोर के लॉकर का ताला तोड़कर आभूषण चोरी कर लिये गए हैं. जिसकी कीमत लगभग 35-40 लाख रूपये है. तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
बेटे ने ही दिया था वारदात को अंजाम
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की गहनता से जांच की. जिसमें घटना के समय एक संदिग्ध वाहन दिखायी दिया. दो नवंबर को पुलिस ने चोरी की घटना में संलिप्त दो नाबालिगों को वाहन संख्या-UK11B5911 सहित अपने संरक्षण में लिया गया. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि पीड़िता के नाबालिग बेटे ने वारदात को अंजाम दिया है.
किशोर ने पूछताछ में बताया कि वो लम्बे समय से ऑनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग और मंहगे खर्चे करने का शौकीन है. जिसके लिए उसने काफी लोगों से पैसे उधार लिए थे. चोरी की घटना में संलिप्त एक नाबालिग से भी उसने 50 हजार रुपए उधार लिए गए थे. सभी लोग किशोर से पैसे वापस मांग रहे थे. कर्जे से छुटकारा पाने के लिए नाबालिग ने अपने ही घर में चोरी करने की योजना बनाई.
दोस्तों को पैसे का लालच देकर किया वारदात में शामिल
आरोपी ने बताया उसके द्वारा अपने दो नाबालिग दोस्तों को यह लालच देकर वारदात में शामिल कर लिया गया कि उसके घर पर उसकी मां और दादी के लाखों के गहने हैं. जिन्हें चोरी कर ऊंचे दाम पर बेचकर वे काफी मुनाफा कमा सकते है. मां के दीदी के घर होते ही किशोर ने मौके का फायदा उठाकर अपने दोस्तों को फोन कर बुलाया और वारदात को अंजाम दिया.