खबर शेयर करें -

अंतरिक्ष की विशाल दूरियों के हिसाब से यह एक करीबी फ्लाई-बाई माना जाता है। इसका अंदाज इस बात से लगा सकते हैं कि पृथ्वी के सर्वाधिक नजदीक होने पर पड़ोसी ग्रह शुक्र 62 मिलियन किमी दूरी पर होता है।

राहुल गांधी मानहानि मामले में 27 अप्रैल को होगी सुनवाई, शिव सिंह की अदालत में मानहानि का किया है दावा

कुतुबमीनार से छह गुना से अधिक बड़ा 1350 फीट व्यास का एस्टेरॉयड 2006 एचवी5 आगामी 26 अप्रैल को पृथ्वी से करीब 2.4 मिलियन किमी दूर से गुजरेगा। इसकी रफ्तार 62 हजार किमी प्रति घंटे यानी हजार किमी प्रति मिनट से ज्यादा होगी।

अंतरिक्ष की विशाल दूरियों के हिसाब से यह एक करीबी फ्लाई-बाई माना जाता है। इसका अंदाज इस बात से लगा सकते हैं कि पृथ्वी के सर्वाधिक नजदीक होने पर पड़ोसी ग्रह शुक्र 62 मिलियन किमी दूरी पर होता है। हालांकि इसके पृथ्वी से टकराने जैसी आशंका नहीं है।

भ्रष्टाचार के मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को CBI का समन,

You missed