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बिहार में जमुई जिले के सरकारी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गिद्धौर के हेड क्लर्क साकेत बिहारी को पुलिस ने शराब के नशे में गिरफ्तार किया है. स्वास्थ्य विभाग के हेड क्लर्क को शराबबंदी के बाद भी दिन दहाड़े मूड बनाकर कमरे को बंद कर सोना और फिर अधिकारियों के बुलावे पर दरवाजा खटखटाना से नाराज हो हंगामा करना बड़ा बाबू को महंगा पड़ गया.

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान शराब के नशे में धुत हेड क्लर्क को हंगामा करते गिरफ्तार किया गया है. अस्पताल के प्रभारी के सूचना पर पुलिस ने हेड क्लर्क को गिरफ्तार करने के बाद मेडिकल जांच करवाई, जिसमें शराब पीने की पुष्टि होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया.

दरअसल, गिद्धौर के दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी पहुंचे थे, जिस दौरान हेड क्लर्क साकेत बिहारी की खोजबीन होने लगी. काफी खोजबीन के बाद पता चला कि बड़ा बाबू अपने कमरे में सोए हुए हैं. अस्पताल के कर्मी जब हेड क्लर्क का दरवाजा खटखटाना लगे तब दरवाजा नहीं खुला. जब दरवाजा तोड़कर कर्मी अंदर प्रवेश किया तो हेड क्लर्क साकेत बिहारी शराब के नशे में धुत पड़ा हुआ था.

जब उससे पूछा कहा गया कि अधिकारी निरीक्षण करने आए हैं, तब प्रधान लिपिक हंगामा करने लगा, इसके बाद अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी अजीमा निशान को जब इसकी सूचना मिली तब उन्होंने बगैर देर किये इसकी जानकारी गिद्धौर थाना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस हेड क्लर्क को हिरासत में ले लिया और फिर उसकी मेडिकल जांच कराई गई. मेडिकल जांच में यह पुष्टि हो गयी कि हेड क्लर्क शराब के नशे में हैं.

इसके बाद अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी के आवेदन पर केस दर्ज करते हुए बड़ा बाबू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. इस मामले में गिद्धौर थाना अध्यक्ष रीता कुमारी ने बताया कि शिकायत के बाद मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई है, कागजी प्रक्रिया पूरी कर जेल भेज दिया गया है.

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