नैनीताल। ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव से ठीक पहले जिले में सियासी तनाव चरम पर पहुंच गया है। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वोट देने जा रहे कांग्रेस के 6–7 जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण करने की कोशिश की गई। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ धक्का-मुक्की और बदसलूकी, पूर्व विधायक संजीव आर्य और हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश के साथ मारपीट की घटनाएं भी सामने आईं। कांग्रेस का आरोप है कि हमला सिविल ड्रेस में आए लोगों ने किया और मौके पर मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी ने दावा किया कि झड़प में उनके पति पर भी हमला हुआ और कई कांग्रेस सदस्यों के कपड़े फाड़ दिए गए। पूरे घटनाक्रम को यशपाल आर्य के फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारित भी किया गया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा किसी भी तरह से चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है।
हालांकि, इस मामले में अभी तक भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन हरकत में आ गया है। सुरक्षा के मद्देनज़र चुनाव वाले दिन निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। क्षेत्र में बिना अनुमति के पांच या अधिक लोगों के एकत्रित होने, सार्वजनिक सभा, जुलूस, नारेबाज़ी, हथियार लेकर मतदान स्थल के पास जाने पर रोक लगाई गई है। मतदान और मतगणना स्थल के आसपास ध्वनि विस्तारक यंत्रों तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग पर भी प्रतिबंध रहेगा। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे, और आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी



