हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार 56.29 प्रतिशत और कांग्रेस को 41.57 फीसदी मत पड़े हैं। चुनाव में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा को 14.72 प्रतिशत अधिक वोट मिले हैं। कुल मत 40,78,952 में से भाजपा को 22,96,431, जबकि कांग्रेस को 16,95,904 वोट मिले हैं।
कांगड़ा लोकसभा सीट पर कुल 10,37,474 में से भाजपा प्रत्याशी राजीव भारद्वाज को 6,32,593 मत पड़े, जबकि कांग्रेस के आनंद शर्मा को 3,80,629 मत पड़े हैं। यहां पर भाजपा ने 24.29 प्रतिशत वोट ज्यादा लिए। हमीरपुर सीट पर कुल 10,52,398 में से भाजपा प्रत्याशी अनुराग सिंह ठाकुर को 6,07,078 और कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा को 4,24,711 मत मिले हैं।
यहां पर भाजपा ने 17.33 फीसदी अधिक वोट लिए। शिमला संसदीय सीट पर 9,70,827 में से सुरेश कश्यप को 5,19,748 मत पड़े हैं, जबकि कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी को4,28,297 मिले। यानी यहां भाजपा को 9.42 प्रतिशत वोट अधिक मिले। संसदीय सीट मंडी में कुल 10,18,253 में से भाजपा की कंगना रणौत को 5,37,022 और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिहि को 4,62,267 वोट पड़े। यहां पर भाजपा को महज 7.34 फीसदी अधिक मत पड़े।
विधानसभा को मिली दूसरी महिला विधायक
लाहौल-स्पीति विधानसभा उपचुनाव जीतकर अनुराधा राणा हिमाचल प्रदेश विधानसभा में दूसरी महिला बन गई हैं। वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की रीना कश्यप एकमात्र महिला विधायक थीं। अब सदन में महिला विधायकों की संख्या बढ़कर दो हो गई है।
राजीव और अनुराग का जीत का अंतर पीएम मोदी से ज्यादा
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा प्रत्याशियों की बात करें तो कांगड़ा से राजीव भारद्वाज की जीत 2,51,964 मतों के अंतर से हुई। मोदी लहर पर सवार होकर सांसद बने राजीव भारद्वाज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा वोट पड़े। पांचवीं बार सांसद बने अनुराग ठाकुर की भी 1,82,357 मतों के अंतर से जीत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी में 1,52,513 वोटों के अंतर से जीते है। हालांकि शिमला संसदीय क्षेत्र से सुरेश कश्यप 91,451 मतों के अंतर से विजयी हुए हैं। मंडी से कंगना रणौत की जीत 74,755 मतों के अंतर से हुई है। यानी कंगना का जीत का मार्जिन हिमाचल प्रदेश के लोकसभा प्रत्याशियों से कम रहा है। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में कांगड़ा संसदीय सीट से जीत हासिल करने वाले किशन कपूर के मतों के अंतर 4,77,623 और मंडी से रामस्वरूप शर्मा के 4,05,459 मतों के अंतर को चारों में से कोई प्रत्याशी दूर-दूर तक नहीं छू पाया।
जेपी नड्डा के जिले में घटा अनुराग ठाकुर का वोट बैंक
बिलासपुर। लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह जिले बिलासपुर से अनुराग ठाकुर के वोट बैंक में कमी आई है। 2019 में जहां अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से रामलाल ठाकुर के मुकाबले बिलासपुर से 67,154 वोट ज्यादा लिए थे। वहीं, इस बार इस बढ़त में कमी हुई है। अनुराग को रायजादा के मुकाबले बिलासपुर से 43,429 वोट की बढ़त मिल पाई है। बिलासपुर में चार विधानसभा क्षेत्रों में से तीन में भाजपा के विधायक हैं। उम्मीद जताई जा रही थी कि इस बार यहां से अनुराग को करीब 1 से डेढ़ लाख वोट की बढ़त मिलेगी।
इसमें इसका उल्टा हुआ और पिछले चुनावों की अपेक्षा इन चुनावों में उन्हें कम वोट से संतुष्ट होना पड़ा। लोकसभा चुनाव में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा के अनुराग ठाकुर को जिले से इस बार कुल 1,39,406 वोट पड़े, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा को 95,977 वोट पड़े। यानी कि अनुराग ठाकुर को जिले से 43,429 वोट की बढ़त मिली, जबकि 2019 के चुनाव में अनुराग ठाकुर को बिलासपुर से 1,45,717 वोट पड़े थे। उनके प्रतिद्वंदी रामलाल ठाकुर को जिले से 78,563 वोट मिले थे। उन्होंने उस दौरान रामलाल ठाकुर को करीब 67,154 वोटों से मात दी थी।