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संगरूर जेल (sangrur jail) में बंद कैदी आपस में इतनी जबरदस्त तरीके से भिड़ गए, जिसमें दो कैदियों की मौत हो गई. वहीं दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें पटियाला रेफर किया गया है.

डीआईजी जेल और संगरूर पुलिस की तरफ से पूरे मामले की जांच की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कैदियों के बीच हुई झड़प को लेकर पुलिस घटना की जांच में जुटी है.

जानकारी के अनुसार, संगरूर जेल में कल शाम को 7 बजे जब कैदियों की गिनती करने के बाद बैरक में बंद किया जा रहा था, उसी समय एक बैरक से निकले 10 कैदियों (prisoners) ने दूसरी बैरक में मौजूद चार कैदियों पर जानलेवा हमला कर दिया. पुलिस का कहना है कि कैदियों के बीच झगड़ा आपसी रंजिश के चलते हुआ है. पहले ये सभी एक ही बैरक में बंद थे. इनमें से ज्यादा पर धारा 302 के तहत मामले दर्ज हैं.

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जैसे ही संगरूर जेल से सूचना मिली कि कुछ कैदी (prisoners) आपस में भिड़ गए हैं. इसके बाद जेल के डॉक्टर ने चार कैदियों को संगरूर के सरकारी अस्पताल पहुंचाया. संगरूर के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर के अनुसार, दो कैदियों की मौत अस्पताल आने से पहले ही हो चुकी थी. वहीं अन्य दो के शरीर में गंभीर चोटें हैं, जिनको पटियाला के राजेंद्र हॉस्पिटल में रेफर किया गया है.

अस्पताल पहुंचने से पहले ही दो कैदियों की हो चुकी थी मौत

अस्पताल के डॉ. करनदीप काहेल ने बताया कि हमारे पास जिला जेल में तैनात डॉक्टर चार कैदियों (prisoners) को लेकर आए थे, जिनमें से दो कैदी हर्ष और धर्मेंद्र की मौत हो चुकी थी. वहीं गगनदीप सिंह और मोहम्मद शाहबाज की हालत गंभीर होने के चलते पटियाला रेफर किया है.

डीआईजी जेल ने घटना को लेकर क्या कहा?

मामले की जांच करने पहुंचे पंजाब जेल डीआईजी (DIG) सुरेंद्र सैनी ने बताया कि तकरीबन शाम के 7 बजे जब कैदियों की गिनती करके उन्हें बैरक में बंद किया जा रहा था, तभी कुछ कैदियों ने दूसरी बैरक के अंदर जाकर चार कैदियों पर गंभीर तरीके से तेजधार हथियारों से हमला कर दिया. पुलिस ने तुरंत सभी को छुड़ाया. इसके बावजूद दो कैदियों की मौत हो गई. पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

इतनी सख्ती के बावजूद कैदियों के पास कहां से आया धारदार लोहा?

जेलों में कैदियों को लेकर सख्त नियम होते हैं. उन्हें इस तरह के कपड़े व अन्य चीजें उपलब्ध नहीं कराई जातीं, जिससे वे किसी को नुकसान पहुंचा सकें. कैदियों तक पहुंचने वाली हर चीज की जांच की जाती है. उनसे जो लोग मिलने जाते हैं, उनकी भी कड़ी चेकिंग होती है. जेल में कैमरे से भी नजर रखी जाती है.

ऐसे में सवाल है कि इतनी सख्त सुरक्षा व्यवस्थाएं होने के बाद भी संगरूर जेल में धारदार लोहा कैदियों के पास कहां से आया, जिससे दूसरी बैरक में घुसकर चार कैदियों पर हमला कर दिया गया, जिनमें दो की मौत हो गई और दो की हालत गंभीर बनी हुई है.