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आगरा में ब्रह्माकुमारी आश्रम में दो सगी बहनों की खुदकुशी के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, इस मामले में पैसों का लेनदेन और धोखा किए जाने की बात सामने आई है. जान देने वालीं दोनों बहनों के द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र है. 38 साल की एकता और 32 साल की शिखा ने आठ साल पहले ब्रह्माकुमारी की दीक्षा ली थी.

आगरा में ब्रह्माकुमारी संस्था की दो सगी बहनों की खुदकुशी मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक आरोपी की तलाश में जगनेर थाने की पुलिस लगी हुई है. आगरा पुलिस की एक टीम को माउंट आबू भी भेजा गया है. पुलिस का कहना है कि चौथे आरोपी नीरज की तलाश जारी है. जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. चारों ही दूसरे शहरों के हैं. इस मामले में जांच चल रही है.

आगरा पुलिस ने बताया है कि गुड्डन, ताराचंद और पूनम को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि ताराचंद का बेटा नीरज फरार है. दो बहनों ने अपने सुसाइट नोट में इन्हीं चारों लोगों को आरोपी बताया था. पुलिस का कहना है कि चौथे आरोपी को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इस मामले में दो लोगों को पहले ही पकड़ लिया गया था. तीसरे आरोपी को शनिवार की शाम को गिरफ्तार किया गया है. माउंट आबू भेजी गई पुलिस इस मामले में ज्यादा जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है.

इस मामले में अभी तक जो जानकारी सामने आई है. उसमें पैसों का लेनदेन और धोखा दिए जाने की बात सामने आई है. खुदकुशी करने वालीं दोनों बहनों के द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र है. 38 साल की एकता और 32 साल की शिखा ने आठ साल पहले ब्रह्माकुमारी की दीक्षा ली थी. एकता और शिखा के भाई द्वारा केस दर्ज कराया गया है. पुलिस आरोपियों के पूछताछ कर रही है.

यह है पूरा मामला

बता दें कि, आगरा में ब्रह्माकुमारी आश्रम में रहने वालीं दो बहनों ने पंखे से फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी थी. दोनों ने मरने से पहले तीन पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है. जिसमें तीन पुरुष और एक महिला का जिक्र करते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दोनों बहनों ने अपने भाइयों का जिक्र करते हुए नोट में लिखा है कि चाहे कितना भी खर्चा हो जाए. मगर, इन चार लोगों को सजा जरूर दिलवाना.