उत्तराखंड सरकार प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए तमाम कोशिश कर रही है. इसी क्रम में एक बार फिर उत्तराखंड सरकार प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार करने का निर्णय लिया है. खासकर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों और यात्रा मार्गों में स्वास्थ्य सुविधाओं का दायरा बढ़ाया जाएगा. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जिन ब्लॉकों में चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर उप जिला चिकित्सालय बनाया जाना है, उनकी डीपीआर तैयार कर जल्द से जल्द शासन को भेजे. ताकि निर्माण कार्यों को तय समय पर शुरू किया जा सके.
इसके साथ ही विभाग में एएनएम, सीएचओ और नर्सिंग अधिकारियों के शत-प्रतिशत पदों को भी जल्द से जल्द भरने ने निर्देश दिए. दरअसल, मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने अपने शासकीय आवास पर विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
बैठक के दौरान मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों और चारधाम यात्रा मार्गों पर बेहतर क्वालिटी और आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं को उपलब्ध कराने की व्यवस्था को प्राथमिकता में रखा जाए. इसके लिए छोटी चिकित्सा इकाइयों को उप जिला चिकित्सालय में अपग्रेड किया जाए.
मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को प्रस्तावित एक दर्जन उप जिला चिकित्सालयों की डीपीआर जल्द से जल्द तैयार कर शासन को भेजे. ताकि प्रस्तावित उप जिला चिकित्सालयों के ढ़ांचागत विकास के लिये धनराशि जारी की जा सके. साथ ही कहा कि एएनएम, सीएचओ और नर्सिंग अधिकारियों के लगभग 632 पदों को जल्द से जल्द भरे जाए. नर्सिंग अधिकारियों के 44 और सीचएचओ के 197 पदों को पूर्व में की गई भर्ती की वेटिंग लिस्ट से भरा जायेगा. जबकि एएनएम के 391 पदों को वर्षवार मेरिट सूची के आधार पर भरे जाने की प्रक्रिया जारी है.
मंत्री ने बताया कि विभाग के तहत टेक्नीशियन संवर्ग के तमाम रिक्त पदों और वार्ड ब्वाय के पदों को जल्द से जल्द भरने के भी निर्देश दिए. बैठक में चिकित्सा इकाइयों में दवाइयों और उपकरणों की आपूर्ति समय पर उपलब्ध करने, 108 आपातकालीन सेवा का रिस्पॉन्स टाइम कम से कम करने और सभी जिलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए चरणबद्ध समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिए.