यूपी के गाजियाबाद में पकड़ा गया गैंग अबतक चार नाबालिगों का धर्म परिवर्तन करा चुका है. ऑनलाइन गेम की आड़ में इस काम को अंजाम दिया जाता था. नाबालिगों को लालच दिया जाता और फिर उनकान ब्रेन वॉश कर दिया जाता है. उन्हें इस्लामिक वीडियो दिखाए जाते और विश्वास जीतकर धर्मांतरण का दिया जाता था.
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गाजियाबाद के रहने वाले हिंदू परिवार का नाबालिग लड़का पांच वक्त घर से बाहर जाने लगा. पहले तो परिवार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. मगर, जब उन लोगों ने लड़के से बाहर जाने का कारण पूछा तो उसने जिम जाने की बात परिवार को बताई. बाद में खुलासा हुआ कि नाबालिग जिम के नाम पर नमाज पढ़ने के लिए जाता है. इस सच्चाई को जानकर परिवार के होश उड़ गए थे. उन लोगों ने मामले की शिकायत कविनगर पुलिस थाने में की थी. पुलिस ने मामले में साइबर टीम की मदद ली और एक युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले में जो खुसाला किया है वह बहुत ही हैरान करने वाला है.
दरअसल, धर्म परिवर्तन की शिकायत सामने आने के बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस ने धर्मांतरण करने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए गाजियाबाद के सेक्टर 23 स्थित जामा मस्जिद में 15 सदस्यीय कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया है. सामने आया है कि यह महाराष्ट्र के रहने वाले शाहनवाज मकसूद के साथ मिलकर नाबालिग लड़कोंं का धर्मांतरण कराता था.
साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि यह लोग नाबालिगों का ब्रेन वॉश करने के लिए भारत में प्रतिबंधित इस्लामिक स्पीकर डॉक्टर जाकिर नाइक और तारिक जमील के वीडियो दिखाया करते थे. आरोपी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी . एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, वहीं दूसरे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए गाजियाबाद पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र भेजी गई है.
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गेम में जीत के लिए पढ़ाई जाती थी कुरान की आयत
पुलिस के मुताबिक, ऑनलाइल गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिग युवाओं को बरगलाकर धर्मांतरण का काला खेल किया जा रहा था. धर्मांतरण कराने के लिए नाबालिगों को fortnite गेम एप पर ऑनलाइन गेम खिलाया जाता था. गेम खेलने वालों में कुछ फर्जी लोग हुआ करते थे, जिनकी आईडी हिंदू नामों से होती थीं.
यह लोग नाबालिगों को गेम में जीत हासिल करने के लिए उनसे कहते कि अगर जीतना है तो कुरान की आयत पढ़ो. जो नाबालिग इनकी बातों में आ जाते उनको यह लोग धीरे-धीरे आयतें पढ़ना सिखाते, कुरान और इस्लाम पर भरोसा करना सिखाते. विश्वास दिलाने के लिए नाबालिगों को गेम में जीत भी हासिल करवाई जाती.
एक बार नाबालिगों को जब इन पर विश्वास होने लगता तो दूसरे स्टेप में discord एप पर नाबालिगों को पर्सनली चैटिंग की जाती. उन्हें पूरी तरह से अपनी मुठ्ठी में करने बाद इस्लामिक रीतियों की जानकारी दी जाती थी.
दिखाई जातीं डॉ. जाकिर नाइक और तारिक जमील के वीडियो
जब नाबालिग लड़के पूरी तरह से इन लोगों के कंट्रोल में आ जाते तो इसके बाद नाबालिगों को प्रतिबंधित इस्लामिक स्पीकर डॉक्टर जाकिर नाइक और तारिक जमील के वीडियो दिखाए जाते, जिससे इनके अंदर इस्लाम की तरफ और झुकाव हो जाए और फिर यह लोग इस्लाम धर्म अपना लें. जब नाबालिग इस्लाम अपना लेते तो यह लोग उनका एफिडेविट भी बनवा दिया करते थे.
एक गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी
मामले पर जानकारी देते हुए डीसीपी सिटी जोन निपुण अग्रवाल ने कहा है कि अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है और बद्दो नामक फर्जी आईडी के जरिए धर्मांतरण कराने वाले शख्स मोहम्मद शहनवाज मकसूद की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस टीम को महाराष्ट्र के ठाणे में भेजा गया है.
चार नाबालिगों का करा चुके थे धर्मांतरण
डीसीपी सिटी जोन निपुण के मुताबिक गैंग गाजियाबाद के रहने वाले दो नाबालिग, एक चंडीगढ़ और एक हरियाणा के नाबालिग का धर्म परिवर्तन करा चुके हैं. हम आरोपियों के अन्य साथियों को तलाश कर रहे हैं. गाजियाबाद के संजय नगर में मौजूद जामा मस्जिद की कमेटी के अन्य सदस्यों की भूमिका की भी जांच की जा रही है. गिरफ्तार अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी और बद्दो उर्फ शहनवाज मकसूद दोनों के बीच संबंध की जानकारी भी पुलिस पता लगा रही है, क्योंकि इन दोनों का ही संबंध धर्म परिवर्तन करने वाले युवाओं के साथ रहा है.