इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 के फाइनल मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने धमाकेदार अंदाज में जीत दर्ज की. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में चेन्नई ने गुजरात टाइटन्स (GT) को 5 विकेट (डकवर्थ लुईस नियम) से करारी शिकस्त दी.
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महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 में धमाल कर दिया है. बारिश के कारण काफी इंतजार के बाद आखिर इस सीजन का नतीजा रिजर्व-डे (29 मई) को निकला. यह खिताबी मुकाबला काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. इस रोमांचक फाइनल में चेन्नई ने गुजरात टाइटन्स (GT) को 5 विकेट (डकवर्थ लुईस नियम) से करारी शिकस्त दी.
बता दें कि यह फाइनल मुकाबला रविवार (28 मई) को होना था, लेकिन बारिश के कारण एक दिन के लिए टाला गया. यानी यह खिताबी मुकाबला रिजर्व-डे (29 मई) को कराया गया. फैन्स को इस नतीजे के लिए दो दिन तक इंतजार करना पड़ा है.
कई बार गुजरात ने पलटी बाजी, मगर जीत से रही दूर
रिजर्व-डे में भी बारिश ने पीछा नहीं छोड़ा. गुजरात ने 20 ओवर में 214 रन बनाए. इसके बाद इंद्रदेव जमकर बरसे, लेकिन वो भी क्रिकेट के जुनून के आगे हार गए. बारिश बंद हुई, तो डकवर्थ लुईस नियम के तहत 15 ओवर का मैच किया गया और चेन्नई की पारी कराई गई. चेन्नई को 171 रनों का टारगेट मिला. इसके जवाब में धोनी की टीम ने यह मैच और खिताब जीत लिया.
मगर बारिश से बाधित यह फाइनल मैच धोनी के लिए जीतना उतना आसान नहीं रहा, जितना की CSK टीम के फैन्स मान रहे थे. मुकाबले में कई बार ऐसा लगा जब गुजरात यह मैच जीत लेगी, मगर कुछ धोनी की चालाकी और फिर रवींद्र जडेजा का बेस्ट फिनिश काम आया. ऐसे ही मैच में 5 बड़े कारण रहे, जिनके दम पर चेन्नई ने यह मैच और खिताब अपने नाम किया. आइए जानते हैं यह कारण…
धोनी-जडेजा की चालाकी आई टीम के बड़े काम
मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए गुजरात टाइटन्स ने धमाकेदार शुरुआत की थी. ओपनिंग में शुभमन गिल और ऋद्धिमान साहा ने तूफानी बैटिंग की. इसी दौरान गिल को 2 अहम जीवनदान भी मिले थे. गिल के दोनों कैच दीपक चाहर ने छोड़े थे. जीवनदान मिलने के बाद गिल खतरनाक अंदाज में गेंदबाजों पर टूट पड़े थे. गिल ने 19 गेंदों पर 39 रन बना दिए थे. जबकि गुजरात टीम का स्कोर बगैर विकेट के 6.5 ओवर में 67 रन हो गया था.
पारी का 7वां ओवर स्पिनर रवींद्र जडेजा कर रहे थे. जबकि विकेटकीपिंग धोनी के हाथों में थी. जडेजा के ओवर की छठी गेंद पर गिल थोड़ा आगे निकले पर शॉट से चूक गए. बस इसी दौरान धोनी ने अपनी तेजी दिखाई. धोनी ने मौके का फायदा उठाया और गिल तो स्टम्प आउट कर दोनों जीवनदान की भरपाई कर दी. गिल का यह विकेट चेन्नई के लिए बेहद कीमती रहा.
गायकवाड़ और कॉन्वे की तूफानी शुरुआत
डकवर्थ लुईस नियम के कारण 15 ओवरों में चेन्नई को 171 रनों का टारगेट मिला, तब टीम को धमाकेदार शुरुआत देने की जिम्मेदारी ऋतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉन्वे के कंधों पर थी. उन्होंने उम्मीद के मुताबिक तेज शुरुआत दी. दोनों ने 39 गेंदों पर 74 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप की. यहीं से चेन्नई की जीत की नींव भी रखी गई. गायकवाड़ ने 16 गेंदों पर 26 और कॉन्वे ने 25 गेंदों पर 47 रन बनाए.
मिडिल ऑर्डर का दमदार प्रदर्शन
चेन्नई ने 78 रनों पर दो विकेट गंवा दिए थे. ओपनर्स गायकवाड़ और कॉन्वे पवेलियन लौट गए थे. तब मिडिल ऑर्डर ने पूरी जिम्मेदारी संभाली. नंबर-3 पर आए इम्पैक्ट प्लेयर शिवम दुबे ने 21 गेंदों पर नाबाद 32 रन बनाए और मैच जिताकर लौटे. नंबर-4 पर अजिंक्य रहाणे ने 13 गेंदों पर ताबड़तोड़ 27 रन बनाए. जबकि अपना आखिरी IPL मैच खेल रहे अजिंक्य रहाणे नंबर-5 पर आए और उन्होंने 8 गेंदों पर 19 रन जड़ दिए. हालांकि छठे नंबर पर उतरे कप्तान धोनी खाता नहीं खोल सके और पहली बॉल पर ही गोल्डन डक के साथ आउट हुए.
जडेजा का बेस्ट फिनिश
धोनी के बाद नंबर-7 पर स्टार फिनिशर रवींद्र जडेजा आए. वही असल मायने में मैच के हीरो रहे, जिन्होंने आखिरी 2 गेंदों पर पूरी बाजी ही पलट दी. दरअसल, यह मैच आखिरी ओवर में जाकर काफी रोमांचक हो गया था. फैन्स की सांसें तब थम गई थीं. आखिरी दो गेंदों पर मैच अपने रोमांच के चरम पर था, जब चेन्नई को जीत के लिए 10 रन चाहिए थे. तब स्ट्राइक पर जडेजा थे. उन्होंने तेज गेंदबाज मोहित शर्मा की बॉल पर पहले छक्का जड़ा. इसके बाद आखिरी बॉल पर चौका लगाकर चेन्नई को फाइनल जिताया. जडेजा ने मैच में 6 गेंदों पर नाबाद 15 रन बनाए.
राशिद और शमी का ढूंढा तोड़
इस पूरे सीजन में गुजरात के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 17 मैचों में सबसे ज्यादा 28 विकेट लिए और वही पर्पल कैप विजेता रहे. उनके अलावा अफगानिस्तानी स्पिनर राशिद खान और तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने भी बराबर 27-27 विकेट लिए. यह तीनों ही गेंदबाज गुजरात टीम की बड़ी ताकत थे, मगर धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई टीम भी इनके खिलाफ पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरी थी.
चेन्नई टीम ने इस मैच में शमी और राशिद को कोई विकेट नहीं दिया. हालांकि मोहित 3 विकेट लेने में कामयाब रहे, लेकिन धोनी से जीत नहीं छीन सके. शमी ने 3 ओवर में 29 रन और राशिद ने 3 ओवर में 44 रन लुटाए. इस मैच में नूर अहमद ने भी 17 रन देकर 2 विकेट लिए.
इस तरह चेन्नई ने मैच और खिताब जीता
मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए गुजरात टीम ने 4 विकेट पर 214 रन बनाए थे. टीम के लिए साई सुदर्शन ने 47 गेंदों पर 96 रनों की तूफानी पारी खेली. उन्होंने 6 छक्के और 8 चौके जमाए. उनका स्ट्राइक रेट 204.25 का रहा. सुदर्शन के अलावा ऋद्धिमान साहा ने 54 औऱ शुभमन गिल ने 39 रनों की पारी खेली. चेन्नई के लिए मथीशा पथिराना ने 2 विकेट लिए.
चेन्नई टीम 215 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी ही थी कि पहले ही ओवर में बारिश आ गई और मैच रोकना पड़ा. इसके बाद मुकाबला जब शुरू हुआ, तो मैच 15 ओवर का कर दिया गया. साथ ही डकवर्थ लुईस नियम के तहत चेन्नई को 171 रनों का टारगेट मिला. इसके जवाब में चेन्नई टीम ने 5 विकेट गंवाकर मैच और खिताब अपने नाम कर लिया.